भोपाल। 30 हजार रुपए वेतन पाने वाली पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की असिस्टेंट इंजीनियर हेमा मीणा की बर्खास्तगी के बाद अब परियोजना इंजीनियर जनार्दन सिंह पर भी निलंबन की गाज गिरी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यवेक्षण में लापरवाही के कदाचरण के क्रम में मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के परियोजना इंजीनियर जर्नादन सिंह को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए।

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आदेश में लिखा है कि हेमा मीणा लंबी अवधि से जर्नादन सिंह प्रभारी परियोजना इंजीनियर संभाग सागर के अधीन कार्य कर रही थी। इसलिए हेमा मीणा पर प्रभावी पर्यवेक्षण करना जर्नादन सिंह का कर्तव्य था। इसके पर्यवेक्षण की असफलता के कारण मध्य प्रदेश पुलिस आवास एवं अद्योसंरचना विकास निगम की छवि धूमिल हुई है। इसलिए परियोजना इंजीनियर जर्नादन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर भोपाल मुख्यालय में पदस्थ किया जाता है।

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लोकायुक्त के अधिकारियों ने बताया कि हेमा मीणा के खिलाफ जांच तेजी से की जा रही है। 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा होने के बाद यह जानकारी भी जुटाई जा रही है कि हेमा मीणा पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की किन प्रोजेक्ट की प्रभारी रही हैं या रह चुकी है, इसकी जानकारी मांगी है, ताकि यह पता चले कि वहां क्या कार्य हुआ है। सूत्रों की मानें तो 7 करोड़ की संपत्ति का खुलासा होने के बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने भी हेमा की संपत्तियों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। 

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