मनीषा त्रिपाठी, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए नगर निगम द्वारा संचालित एबीसी सेंटरों में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब नसबंदी के बाद भी एक फिमेल डॉग ने 4 बच्चों को जन्म दिया। इसकी शिकायत नगर निगम के अपर आयुक्त रणवीर कुमार से पीपुल्स फॉर एनिमल भोपाल की चेयरपर्सन स्वाति कौरव ने की हा।
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उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि कोलार के ललिता नगर में बीते दिनों नगर निगम ने एक आवारा फिमेल डॉग की नसबंदी की थी। निशानी के लिए उसके कान को भी काटा गया था। लेकिन हाल में इस डॉग ने चार बच्चों को जन्म दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि कुत्तों की नसबंदी में घोर लापरवाही बरती जा रही है।
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इधर, निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक शहर में कुत्तों की नसबंदी के लिए 11 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। बीते साल करीब 12 हजार 425 कुत्तों की नसबंदी नगर निगम द्वारा किया गया है। एक तरफ लोग कुत्ते के आतंक से परेशान है, दूसरी तरफ एबीसी सेंटरों में नसबंदी के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है।
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