सुधीर दंडोतिया, भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन (Madhya Pradesh Police Housing Corporation) की बर्खास्त असिस्टेंट इंजीनियर हेमा मीणा (Assistant Engineer Hema Meena) मामले में अब गृह विभाग (home department) ने जानकारी मांगी है। हेमा ने दो बार PHBC से दिया इस्तीफा तो फिर किस आधार पर नियुक्ति की, वहीं किस अधिकारी की सिफारिश पर नौकरी मिली। गृह विभाग ने पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के एमडी से जवाब मांगा है।
दरअसल, पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में पदस्थ संविदा सहायक इंजीनियर हेमा मीणा के घर 11 मई (गुरुवार) को लोकायुक्त (Lokayukta) ने छापा मारा था। कार्रवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। लोकायुक्त की कार्रवाई में 98 एकड़ जमीन जमीन मिली है। विदिशा के देवराजपुर में वेयरहाउस में 56 एकड़ जमीन, मुड़ियाखेड़ा में 14 एकड़ का फार्म हाउस, रायसेन के मेहगांव में 28 एकड़ जमीन और पॉलीहाउस मिला है।
इसके अलावा 30 लाख की टीवी, वेयरहाउस, पॉलीहाउस, दो एकड़ जमीन में आलीशान फार्महाउस, करीबन 70 विदेशी नस्ल के कुत्ते, 70 महंगी गिर गाय, 10 लग्जरी कारें, करोड़ों के कृषि उपकरण, साढ़े 10 लाख का सोना, नकदी, महंगी शराब बरामद हुए हैं। संपत्तियों के कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। 30 हजार रुपये वेतन पाने वाली हेमा मीणा की बर्खास्तगी के बाद मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के परियोजना इंजीनियर जर्नादन सिंह को भी निलंबित कर दिया गया।
बता दें कि हेमा मीणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में संविदा सहायक इंजीनियर साल 2010 से 2013 और फिर 2016 से अब तक पदस्थ थी। करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी करने वाला यह परिवार भी मध्यमवर्गीय परिवार की तरह इनकम टैक्स चुकाता था। केंद्रीय जांच एजेंसी के रडार पर आई हेमा मीणा के खिलाफ आयकर विभाग भी भ्रष्टाचार की जांच करेगा।