शब्बीर अहमद, भोपाल। राजनीतिक पार्टियों ने मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। कांग्रेस सामाजिक समीकरण के जरिए सत्ता में वापिस आने की तैयारी कर रही है। कमलनाथ अलग-अलग समाजों को साधने में जुटे हुए हैं।

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रविवार को आदिवासी संगठन जयस के संरक्षक हीरालाल अलावा नेतृत्व में आदिवासी और मांझी समाज के नेताओं ने पीसीसी चीफ कमलनाथ से मुलाकात की। इस दौरान मांझी समाज के नेताओं ने उनको अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल करने की मांग की। साथ ही मांझी समाज की खत्म होती विरासत को बचाने की भी मांग की। मांझी समाज के नेताओं ने कमलनाथ से कहा कि उनके समाज को मछली पालन का अधिकार मिले।

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जयस संरक्षक हीरालाल अलावा ने कहा कि मांझी समाज कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए संकल्पित है। मांझी समाज की समस्याओं को कमलनाथ के सामने रखा गया है। मांझी कम्युनिटी नोटिफाइड ट्राइब था, इन्हें ओबीसी वर्ग में डाल दिया गया, जिसके कारण इन्हें आरक्षण नहीं मिल रहा है। डैम-तालाबों में मछली पकड़ने का पारंपरिक काम मांझी समाज करता था, लेकिन अब अब ये ठेकेदारों को दे दिए गए। वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि जयस संगठन अपनी मांग रख रहा है। चुनाव लड़ने की जयस की अपनी तैयारी चल रही है।

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