शब्बीर अहमद, भोपाल। झाबुआ जिले के पेटलावद में जिलेटिन छड़ों के गोदाम में हुए भीषण विस्फोट मामले के सभी आरोपी बरी हो गए हैं. इसको लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) ने शिवराज सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि आखिर 78 बेगुनाहों की मौत का जिम्मेदार कौन है. सब आरोपी एक-एक कर बरी हो गए. जांच और पैरवी में खामियों की बात सामने आ रही है. सरकार ये बताएं कि 78 मौतों का दोषी कौन है.

पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए सरकार से पूछा है कि मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के पेटलावद में 12 सितंबर 2015 को जिलेटिन छड़ों के गोदाम में हुए भीषण विस्फोट में 78 बेगुनाहों की दर्दनाक मौत हुई थी और इस विस्फोट कांड के सारे आरोपी एक-एक कर बरी हो गए…? आगे उन्होंने लिखा है कि जांच और पैरवी में खामियों की बात सामने आ रही है.
आखिर इन 78 लोगों की मौत का दोषी कौन ,सरकार सरकार बताये…?

 

वहीं कमलनाथ ने आरोपी लगाते  हुए कहा कि पीड़ित परिवारों के लिए उस समय जो घोषणाएं की गई थी, वह आज भी अधूरी है और उन्हें न्याय तक नहीं मिला. इस विस्फोट कांड के समय दोषियों को सजा दिलाने से लेकर, पीड़ितों को न्याय दिलाने के जितने बड़े-बड़े दावे किए गए थे, सब अधूरे और हवा हवाई साबित हुए. इस दर्दनाक हादसे की तस्वीरें आज भी सामने आती है तो मन क्रोधित और द्रवित हो उठता है.

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दरअसल,12 सितंबर 2015 को झाबुआ जिले के पेटलावद में एक जिलेटिन छड़ों के गोदाम में विस्फोट हुआ था, इस हादसे में 78 लोगों की मौत हो गई थी. हादसा इतना दर्दनाक था कि शवों के चिथड़े उड़ गए थे. पोटलियों में अंग समेटने पड़े थे.  इस मामले में हाल ही जिला न्यायालय का फैसला आया है इसमें मुख्य आरोपी राजेन्द्र कासवां (जिसे विस्फोट में मृत बताया गया) और सह आरोपी धर्मेन्द्र राठौड़ को भी बरी कर दिया गया है. विस्फोटक रखने के 5 आरोपी पहले ही बरी हो चुके थे. यानी विस्फोट कांड में बनाए गए तीन अलग-अलग केसों के सभी 7 आरोपी बरी हो गए हैं.

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