शब्बीर अहमद, भोपाल। सितंबर महीना भोपाल के लिए किसी सितम से कम नहीं रहा। एक के बाद एक मासूम बच्चियों से दरिंदगी की खबरें सामने आई, जिसे लेकर शहर के हर नागरिक के अंदर गुस्सा देखा गया है। क्योंकि सभी घटना रूह कंपा देने वाली थी। चाहे स्कूल में 3 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का मामला हो या फिर शाहजहांनाबाद इलाके में 5 साल की बच्ची की रेप कर हत्या की घटना। दुराचार के मामलों में पूरे शहर को कलंकित कर दिया। 

किताब लेने गई बच्ची, फिर नहीं लौटी 
शाहजहानाबाद मामले में पुलिस को 5 साल की मासूम को ढूंढने में पसीने छूट गए। 24 सितंबर यानी मंगलवार के दिन दोपहर 12 बजे मासूम दादी को किताब लाने की बात कहकर निकलती है, लेकिन घर के बाहर से लापता हो जाती है। तीन से चार घंटे तक घर वालों ने मासूम को पहले खुद ढूंढा। फिर थक-हारकर परिजन थाने पहुंचे। यहां से शुरू हुई पुलिस की तफ्तीश। लेकिन एक दिन बीत जाने के बाद पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज के अलावा कुछ हीं लगा। लेकिन उसमें भी आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला। इस फुटेज में मासूम, अपनी मां के साथ आंगनबाड़ी से घर जाती नजर आ रही है। 

ड्रोन से नजर, हर घर की तलाशी, डॉग स्क्वॉड, लेकिन नहीं मिला मासूम का सुराग

24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के पास आरोपी से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिल पाया था। अलग-अलग टीम ने इलाके की एक-एक मल्टी के घरों की तीन से चार बार तलाशी ली। आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। लेकिन कहीं बच्ची जाती हुई दिखाई नहीं दी। मल्टी के आसपास के नाले, झाड़ियों में भी सर्चिंग की, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। डॉग स्क्वॉड की टीम को बुलाया गया, ड्रोन से नजर रखी गई, लेकिन हाथ खाली। 

फॉगिंग के दौरान गायब हुई बच्ची

स्थानीय लोगों से पूछताछ करने पर रहवासियों ने पुलिस को बताया कि मच्छर भगाने के लिए नगर निगम की फॉगिंग मशीन आई थी। टीम ने जैसे ही धुआं छोड़ा, उसके बाद से बच्ची गायब हो गई। इसके बाद पुलिस की टीम ने नगर निगम की उस टीम से भी पूछताछ की जो फॉगिंग करने वहां पहुंची थी। लेकिन वहां भी निराशा मिली। पुलिस को निगम ने बताया कि मल्टी में एक डेंगू का मरीज मिला था, जिसके बाद वहां पर छिड़काव किया गया। 

स्थानीय लोगों के शक ने सुलझाई गुत्थी

दो दिन तक जमीन और आसमान एक करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने एक बैठक बुलाई। सभी जांच टीम से बात की गई। जिसके बाद ये तय हो गया कि बच्ची मल्टी के अंदर ही है। इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने मल्टी में अपनी जांच और तेज की। फिर से पूरे इलाके की गहनता से जांच की गई। इसके साथ ही पुलिस को किसी ने बताया कि लापता मासूम के सामने वाली मल्टी के एक घर से बदबू आ रही है, जो बाहर से बंद है।

ताला टूटा और खुल गए राज

स्थानीय लोगों के बयान के बाद पुलिस ने घर का ताला तोड़ा और दरवाजा खुलते ही राज खुल गए। मासूम के शव को घर के अंदर ही एक खाली पानी की टंकी में कपड़े से बांधकर रखा गया था। शव को छिपाने के लिए उसके ऊपर से कपड़े डाल दिए गए थे। मासूम की हत्या किए 48 घंटे बीत जाने के कारण शरीर सड़ने लगा था और उसमें कीड़े लग गए थे। 

बच्ची को देखकर आरोपी का मन हुआ खराब, भागने की फिराक में था 

पुलिस ने घर में मासूम की लाश मिलने बाद आरोपी की मां और बहन को गिरफ्तार किया। आरोपी अतुल भागने की फ़िराक में था जिसे रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। आरोपी से जब पुलिस ने घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की तो उनके होश उड़ गए। भोपाल के दरिंदे अतुल ने पुलिस को बताया कि बच्ची घर के बाहर दिखी तो उसका मन खराब हो गया और उसने बच्ची का मुंह दबा दिया और घर ले आया। 

बच्ची के साथ हैवानियत, शोर मचाया तो दबाया गला

आरोपी ने घर में मासूम के साथ गलत काम किया। बच्ची की तबीयत बिगड़ने और शोर मचाने के कारण उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। जिस वक्त वारदात को अंजाम दिया, उस दौरान वह घर पर अकेला था। मां और बहन बाहर थी। मां जब घर में आई तो दरिंदे बेटे की कहानी सुनकर उसने भी साथ दिया। इसके बाद आरोपी की बहन घर आई और फिर उसे भी इस घिनौने कृत्य के बारे में बताया गया। 

पुलिस के पहरे की वजह से शव को नहीं लगा सके ठिकाने

मां और बेटी ने अतुल की हैवानियत के बारे में पुलिस को बताने की जगह शव को छिपाने में मदद की। इसके साथ ही पुलिस को भीड़ के साथ रहकर बरगलाया भी। आरोपी की मां और बहन पीड़िता के घर बैठकर सांत्वना देती रही, जिससे उन पर किसी को शक न जाए। पूछताछ में तीनों ने बताया कि शव को बाहर ठिकाना लगाना चाहते थे। लेकिन पुलिस का चारों तरफ पहरा था, जिसके चलते मंसूबों पर पानी फिर गया। 

गुस्साई भीड़ ने की फांसी की मांग
उधर, घटना से गुस्साए लोग सड़क पर उतर आए और आरोपी परिवार को उनके हवाले करने की मांग करते हुए 4 से 5 घंटे तक शाहजहांनाबाद थाने के बाहर फांसी देने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे। आक्रोशित जनता को देखते हुए पुलिस के अधिकारियों ने मामले में एसआईटी गठित करने का ऐलान किया और कहा कि जल्द आरोपी के सजा दिलाई जाएगी। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। जिसके बाद गुस्साई जनता थोड़ी शांत हुई। 

पीएम रिपोर्ट में हुआ रूह कंपाने वाला खुलासा

इसी बीच पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने जिसमें मासूम के साथ रेप के बात हत्या की बात सामने आई। शनिवार को जब पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट आई तो रूह कंपा देने वाला खुलासा हुआ। रिपोर्ट में डॉक्टर ने मौत की वजह अत्यधिक खून बहना, सदमा और दम घुटना बताया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बच्ची को हैवानियत के दौरान नोंचा गया। बच्ची ने हैवानियत का विरोध भी किया। जिसके बाद दरिंदे ने  पहले बच्ची का गला घोंटा। बेहोश होने पर फिर हैवानियत की सारी हदें पार की गई। तब भी बच्ची की सांसे जारी थी। दर्द की पराकाष्ठा सह रही मासूम लहूलुहान रही। इसके बाद भी आरोपी ने दया नहीं की। जिंदगी से झूझती मासूम से मनमानी कर एक कपड़े में लपेटकर रख दिया फिर टंकी में बंद कर दिया।

सेक्स रैकेट से जुड़े आरोपी की बहन के तार
मामले में आरोपी अतुल के बहन चंचल के तार सेक्स रैकेट से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। चंचल की मोबाइल की जांच के बाद कई चौंकाने वाली चीजें सामने आईं है। फोन में लड़कियों की तस्वीरें मिली हैं। कुछ तस्वीर को उसने कुछ लोगों को सेंड भी किया है। जिसमें उसने रेट भी लिख रखा था। उसने क्यों किया, पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है। इससे पहले मल्टी में रहने वाले कई लोगों ने भी बसंती और चंचल का व्यवहार संदिग्ध बताया। आरोपी के घर तलाशी के दौरान पुलिस को शराब की बोटल भी मिली थी।

खरगोन में आरोपी के खिलाफ पहले से दर्ज है केस

आरोपी परिवार खरगौन का रहने वाला है। अतुल के खिलाफ खरगोन में छह केस दर्ज है। इसमें छेड़छाड़, चोरी, मारपीट और अड़ीबाजी की घटनाएं शामिल हैं। खरगोन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक और धारा 110 की कार्रवाई की थी। पुलिस की सख्ती के कारण वह करीब चार साल से अपने गांव नहीं गया था।

पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि इस मामले में जांच लगभग पूरी कर ली गई है। वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर जांच की जा रही है। डीएनए सैंपलिंग कर ली गई है। एक सप्ताह के भीतर चालान पेश कर दिया जाएगा।

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