कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में वंदे भारत ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर एक अलग ही राजनीति देखने को मिल रही है। एक अप्रैल से शुरू होने वाली ट्रेन का स्टॉपेज ग्वालियर में न होने पर स्थानीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने रेलमंत्री से मिलकर आग्रह किया था। लेकिन ट्रेन के स्टॉपेज मिलने के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों की तरफ से भी दावा किया जा रहा है कि ट्रेन के स्टॉपेज मिलने में उनके नेताजी का भी प्रयास शामिल है। वहीं श्रेय लेने की इस होड़ में अब कांग्रेस भी उतर आई है।

दरअसल, एक अप्रैल से रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) से नई दिल्ली के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरू हो रही है। जब इस ट्रेन को प्रारम्भ होने की बात चली थी, तभी बताया गया था कि इसका स्टॉपेज ग्वालियर रहेगा। इसका एक बड़ा कारण यह भी था कि स्टॉपेज मिलने पर ट्रेन को इटावा, शिवपुरी, गुना और कोटा आदि के यात्रियों से कनेक्टिविटी मिल सकेगी, लेकिन तीन दिन पहले पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने इसका जो पहला शेड्यूल जारी किया था। उसमें भोपाल से नई दिल्ली के बीच केवल आगरा में ही ठहराव (स्टॉपेज) रखा गया था। जिसके बाद नेताओं ने रेल मंत्री से स्टॉपेज कराने के लिए मिलना और चिट्टी का दौर शुरू कर दिया था। ग्वालियर से गुजरने वाली अत्याधुनिक वंदे मातरम ट्रेन का स्टॉपेज ग्वालियर में न होने से हर कोई आश्चर्य में पड़ गया था, क्योंकि सबसे अधिक सवारियां तो दिल्ली और भोपाल के लिए यहीं से निकलती हैं। इसके ठीक चौबीस घंटे बाद अचानक एक प्रेस नोट जारी हुआ, जिसमें कहा गया कि सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत ग्वालियर में भी रुकेगी।

इसके बाद बीजेपी नेताओं में ही इसका श्रेय लेने की होड़ मच गई। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी सरकार की बड़ी सौगात बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार जताया, उन्होंने अपने आभार में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नाम को तो शामिल किया, लेकिन सांसद शेजवलकर के नाम को नहीं रखा। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी रेल मंत्री से मुलाकात करने पहुंच गए और उन्हें धन्यवाद दिया।

कांग्रेस ने कसा तंज

श्रेय की इस राजनीति पर कांग्रेस, BJP पर तंज कस रही है। कांग्रेस का कहना है कि श्रेय लेने को लेकर भारतीय जनता पार्टी में नूरा कुश्ती हो रही है। हर नेता श्रेय लेने की कोशिश कर रहा है, जबकि हकीकत यह है कि श्रेय लेने का हक जनता का है, क्योंकि जनता के दबाव में यह ट्रेन का स्टॉपेज ग्वालियर को मिला है। इसमें कांग्रेस पार्टी की भी बड़ी भूमिका है। सब जानते हैं कि यदि स्टॉपेज नहीं मिलता तो कांग्रेस पार्टी जन भावनाओं की कद्र करते हुए आंदोलन करती। इस दबाव में यह स्टॉपेज मिला है।

बीजेपी नेता ने किया पलटवार

कांग्रेस के आरोपों पर कट्टर सिंधिया समर्थक ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस के सभी आरोप निराधार है। ट्रेन के स्टॉपेज मिलने के पीछे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर की मुख्य भूमिका है। कांग्रेस श्रेय लेने की कोशिश कर रही है, लेकिन सवाल उठता है कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब मध्य प्रदेश को वंदे भारत ट्रेन क्यों नहीं मिली, उन्होंने ऐसी सोच ही नहीं रखी। कांग्रेस पार्टी अपनी कमी को छुपाने के लिए कुछ भी कह सकती है।

कुल मिलाकर ग्वालियर चंबल में श्रेय की राजनीति जोरों पर है। जो वंदेमातरम ट्रेन के स्टॉपेज से लेकर अन्य कामों में भी देखने मिल रही है। श्रेय लेने की होड़ इसलिए भी रफ्तार पकड़ रही है, क्योंकि 2023 में विधानसभा चुनाव है, तो वहीं 2024 में लोकसभा चुनाव भी है। ऐसे में जनप्रतिनिधियों में अपने क्षेत्र के कामों को गिनाने के लिए इस तरह के श्रेय की राजनीति देखने मिल रही है।

वीओ- कुल मिलाकर ग्वालियर चंबल में श्रेय की राजनीति जोरो पर है। जो वंदेमातरम ट्रेन के स्टॉपेज से लेकर बाकी कामों में देखने मिल रही है, श्रेय लेने की होड़ इसलिए भी रफ्तार पकड़ रही है,क्योंकि 2023 में विधानसभा चुनाव है, तो वहीं 2024 में लोकसभा चुनाव भी है, ऐसे में जनप्रतिनिधियों में अपने क्षेत्र के कामों को गिनाने के लिए इस तरह कि श्रेय की राजनीति देखने मिल रही है।

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