रायपुर. छत्तीसगढ़ में NMDC, SECL की लापरवाही के कारण जनता को होने वाली परेशानियों को देखते हुए रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शुक्रवार को लोकसभा में शून्यकाल में लोकमहत्व का मुद्दा उठाया. सांसद ने प्रदेश के खदानों में हो रहे हादसों को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई और खुले खदानों के पुनर्वास की मांग की है.

उन्होंने लोकसभा में बताया कि, छत्तीसगढ़ की SECL ओपन कास्ट कोयला परियोजनाओं, खादानों में कोयले के खनन करने के बाद नियमानुसार उसे वापिस भरकर पुरानी स्थिति में लाना एवं उसके ऊपर वृक्षारोपण करने की बाध्यता है. लेकिन SECL ने 50 से अधिक खदानों से कोयला तो निकाल लिया. रिक्लेमिनेषन के नाम पर अरबों रूपये खर्च भी किए जा चुके है. लेकिन उन्हें पुरानी स्थिति में नहीं लाया गया और  न ही उनके ऊपर वृक्ष लगाए गए. जिसके कारण खदानों में पानी भरने और खुले रहने के कारण वहां लगातार दुर्घटनाएं होती रहती हैं. जिसमे बड़ी संख्या में ग्रामीणों और पशुओं की मौत भी हो रही है. इसके साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है. जिस कारण क्षेत्रीय लोगों में नाराजगी, गुस्सा एवं भय का वातावरण बना हुआ है.

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कोयला मंत्रालय से दोषी अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई और खुली खदानों के जल्द पुनर्वास की मांग की है.