मोसिम तडवी,बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित 42 साल पुराने मातृ सेवा सदन अस्पताल को सील कर दिया गया है. अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते प्रसूता की मौत होने के आरोप लगे थे. मृतिका के पीड़ित पति ने न्याय के लिए हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी. हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर सील कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक मातृ सेवा सदन अस्पताल में एक गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था. इस मौत पर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था. इस मामले की शिकायत प्रशासन से करने के साथ ही हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई गई थी. जांच के साथ ही कार्रवाई की मांग भी की थी.

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जिस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए अस्पताल को सील करने के आदेश दिए. हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर इच्छापुर हाईवे स्थित 42 साल पुराने मातृ सेवा सदन अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर सील कर दिया है.

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सीएमएचओ डॉ राजेश सिसोदिया और उनकी टीम के पहुंचने से पहले ही अस्पताल संचालन समिति के मनोज तारवाला ने खुद ही अस्पताल को ताला लगा दिया. इसके साथ ही यहां संचालित ब्लड बैंक भी बंद कर दिया है. ब्लड बैंक में रखा 45 यूनिट खून जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में भेज दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम आगे की कार्रवाई कर रही है.

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