रणधीर परमार, छतरपुर। बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी की इच्छा रखने वाली MBBS की छात्रा शिवरंजनी तिवारी सुर्ख़ियों में आने के बाद अब विवादों में भी घिर गई है। सिर पर कलश रखकर विवाह करने का संकल्प लेकर गंगोत्री से निकली पंडित धीरेंद्र शास्त्री को अपना प्राणनाथ मान चुकी MBBS छात्रा शिवरंजनी तिवारी के खिलाफ भगवा का अपमान करने के आरोप लगे हैं। छतरपुर में बद्वीनाथ ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के मीडिया प्रभारी डां.शैलेंद्र योगीराज ने उनके खिलाफ ये आरोप लगाए हैं।
जगत गुरु शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगिराज ने कहा कि शिव रंजनी का जगतगुरु शंकराचार्य से कोई रिश्ता नहीं हैं। दरअसल, कुछ दिन पहले शिव रंजनी ने अपने आपको जगत गुरु शंकराचार्य की नातिन बताया था। इसे लेकर शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगिराज ने कहा कि शिव रंजनी का जगतगुरु शंकराचार्य से कोई रिश्ता नहीं है। शिवरंजनी पदयात्रा नहीं बल्कि पाखंड कर रही हैं। शैलेंद्र योगीराज ने कहा कि भगवा त्याग का प्रतीक है,भगवा तब पहना जाता है ,जब गुरु इसकी इजाजत देता है। लेकिन वह भगवा वस्त्र धारण कर अपने प्राणनाथ की तलाश मे निकली हैं, जिससे वह भगवा का अपमान कर ही हैं।
बता दें कि मूलरूप से मध्यप्रदेश के सिवनी की निवासी शिवरंजनी तिवारी ने बागेश्वर धाम तक पैदल चलकर दर्शन करने का संकल्प लिया है। वह 1 मई को उत्तराखंड से गंगोत्री का जल कलश में लेकर पैदल यात्रा शुरू की है। उनकी यह यात्रा करीब 1200 किलोमीटर की है। शिवरंजनी के यहां 16 जून के पहुंचने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन उससे पहले ही वो बागेश्वर धाम पहुंच गई है। वे यहां बाला जी के दर्शन कर बागेश्वर महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात करेंगी। उन्होंने यात्रा के दौरान बताया कि वह मन्नत लेकर बागेश्वर जा रही है और उनकी मन की बात को बागेश्वर धाम पर्चे पर लिखेंगे।
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