शरद पाठक, छिंदवाड़ा। सरकार के तमाम दावों के बावजूद भी प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं (health facilities) सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं । ताजा मामला छिंदवाड़ा जिले (Chhindwara) से सामने आया है। जहां 108 एंबुलेंस को फोन करने के बावजूद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। जिसके बाद मजबूरन गर्भवती महिला को ऑटो से ले जाया गया। इस दौरान अस्पताल के गेट पर पहुंचते ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया।

‘डिग्री ले लो, पैसे दे दो’: पेपर लीक मामले को लेकर एमपी यूथ कांग्रेस का अनोखा प्रदर्शन, ठेले में डिग्री और हाथों में तख्तियां रख किया विरोध, मंत्रियों के मुखौटे लगाकर की नारेबाजी

जानकारी के मुताबिक, नोनिया करबल निवासी रीना सातपुते को प्रसव पीड़ा होने पर उसके पति गोलू सातपुते ने 108 एंबुलेंस के लिए बार-बार फोन किया। लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद पति को मजबूरन पत्नी को ऑटो में बैठा कर जिला अस्पताल लाने गया। जिला चिकित्सालय के गेट नंबर 3 में पहुंचते ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। वहां पर आसपास मौजूद महिलाओं ने कपड़े की आड़ करके महिला का प्रसव कराया। बाद में महिला और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है । इस घटना के बाद से जिले की चिकित्सा सुविधाओं पर फिर सवाल उठने लगे हैं।

MP में OBC को 27% आरक्षण का मामला: हाईकोर्ट ने निष्पक्ष बैच गठित करने से किया इनकार, OBC/SC/ST एकता मंच ने आवेदन कर की थी मांग

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus