शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी (Bribery) थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले से आया है। यहां लोकायुक्त पुलिस ने जिला पंजीयक कार्यालय में छापा मारकर एक कर्मचारी को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इसकी कार्रवाई से ऑफिस में हड़कंप मच गया।

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दरअसल, फरियादी इंद्र कुमार साहू ने बताया कि वह सर्विस प्रोवाइडर लाइसेंस के लिए जिला पंजीयक कार्यालय में आवेदन किया था। लेकिन लाइसेंस देने के लिए ऑफिस में पदस्थ सहायक ग्रेड-1 देवी प्रसाद ग्यासवंशी ने 25 हजार रुपए रिश्वत के रुप में मांग की। बाद में सौदा 10, 000 में तय हो गया। लेकिन उसने इसकी शिकायत लोकायुक्त में कर दी।

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शिकायत सही पाए जाने पर आज जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी देवी प्रसाद ग्यासवंशी को 10,000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। लोकायुक्त डीएसपी स्वप्निल दास ने प्रार्थी इंद्र कुमार साहू ने शिकायत की थी कि सर्विस प्रोवाइडर लाइसेंस के लिए सहायक ग्रेड-1 उससे रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत की जांच के बाद सही पाए जाने पर आज रिश्वतखोर कर्मचारी को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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