बीडी शर्मा, दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह (Damoh) के बहुचर्चित गंगा जमना स्कूल (Ganga Jamna School) में हिजाब (Hijab) कांड के बाद अब एक नया मोड़ सामने आया है। दरअसल, स्कूल में हिंदू बच्चों से नमाज पढ़ाई जाती थी। नमाज पढ़ने से मना करने पर दंडित किया जाता था। इसके साथ ही उर्दू भाषा सिखाई जाती थी।

गंगा जमना स्कूल में पढ़ रहे बच्चों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन के द्वारा उन्हें उर्दू भाषा जबरदस्ती सिखाई जाती थी। साथ ही स्कूल में नमाज को भी प्राथमिकता दी जाती थी और नमाज पढ़वाई जाती थी। बच्चों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के द्वारा उर्दू भाषा में विशेष ध्यान दिया जाता था। जिससे बच्चे हिंदी और इंग्लिश विषय में कमजोर होते जा रहे थे।

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वहीं स्कूल में मुस्लिम धर्म की विशेषताएं भी दी जाती थी। बच्चों के द्वारा अगर इन शिक्षा को करने से मना कर दिया जाता था तो उन्हें स्कूल प्रबंधन के द्वारा दंड भी दिया जाता था। बच्चों ने बताया कि शुक्रवार के दिन नमाज पढ़वाते थे और जो नहीं पड़ता था उसकी पिटाई होती थी। स्कूल में अरबी और ऊर्दू ज्यादा सिखाते थे। जिससे हिंदी और इंग्लिश कमजोर हो गई थी।

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जिला शिक्षा अधिकारी के मुंह पर पोती स्याही

इधर, गंगा जमना स्कूल मामले को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी पर स्याही फेंक दी। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के परिसर में कार्यकर्ताओं ने अधिकारी के मुंह पर स्याही पोत दी। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा ने बताया कि बिल का भुगतान नहीं किया तो दुर्भावना वस स्याही पोती गई। इस संबंध में उच्च अधिकारियों से बात कर शिकायत पर विचार करेंगे।

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