राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। नक्सल ऑपरेशन के बाद मध्य प्रदेश को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, प्रदेश के बालाघाट जिले को देश के टॉप नक्सल प्रभावित जिलों की सूची से हटा दिया गया है। यह जानकारी डीजीपी कैलाश मकवाना ने दी है। उन्होंने गृह मंत्रालय की रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह बात कही है।

सोमवार को बालाघाट में क्रम पूर्व पदोन्नति अलंकरण समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बालाघाट और मंडला जिले के 64 जवानों को समय से पहले पदोन्नति पदक से सम्मानित किया। इस दौरान एमपी के डीजीपी कैलाश मकवाना ने बताया कि बालाघाट को देश के टॉप नक्सल प्रभावित जिलों की सूची से हटा दिया गया है। उन्होंने गृह मंत्रालय की रिपोर्ट का हवाला दिया।

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डीजीपी कैलाश ने बताया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई से हालात में बड़ा सुधार हुआ है। एक समय में बालाघाट जिला, देश के 12 सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में शामिल रहा है। लेकिन अब इस सूची से बाहर हो गया है। DGP ने बताया कि बालाघाट को अभी डिस्ट्रिक्ट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है। यानी यहां अभी सतर्कता जरूरी है।

वहीं नक्सल प्रभावित मंडला और डिंडोरी अब डिस्ट्रिक्ट ऑफ लिगेसी श्रेणी में पहुंच गए है। इसका मतलब है कि पहले नक्सलियों की सक्रियता रही है अब हालात काफी हद तक सामान्य हो गए हैं। इन दोनों जिलों को निरंतर निगरानी के साथ विकास की मुख्यधारा में लाने के प्रयास तेज होंगे।

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