राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने चार्ज संभानने के बाद पहली बार भोपाल में पूरी टीम के साथ शनिवार शाम को पैदल मार्च किया. जिसमें भोपाल के सभी डीसीपी और अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे. राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया. प्रदेश के सभी जिलों के एसपी को पैदल मार्च करने के निर्देश दिए. जिसके बाद जिलों के एसपी ने भी अपने-अपने क्षेत्र में टीम के साथ पैदल मार्च किया. डीजीपी के निर्देश पर प्रदेशभर के जोनल एडीजी, आईजी, डीआईजी भी अपने क्षेत्रों में पैदल भ्रमण करेंगे.

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दरअसल मध्यप्रदेश में 15 अगस्त से पहले पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है. पुराने भोपाल में पैदल भ्रमण के दौरान डीजीपी सुधीर सक्सेना ने रुट में बदलाव किया. अपने साथ पैदल चल रहे अफसरों का पसीना निकल दिया. पुलिसकर्मी सुस्ता-सुस्ता कर चलते दिखाई दिए. कोतवाली थाने से लेकर हनुमानगंज थाने तक पैदल मार्च निकाला गया था. हनुमानगंज से गौतमनगर, शाहजहांनाबाद थाने तक मार्च निकाला. पुराने शहर के 6 थाना क्षेत्र में पैदल मार्च निकाला गया.

डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि पुलिस कार्रवाई को प्रभावी बनाने के लिए मार्च निकाला गया है. सड़क पर पुलिस नजर आनी चाहिए. मध्यप्रदेश में थाना स्तर तक पुलिस मार्च दिखेगा. मध्य प्रदेश में इस तरह के पुलिस मार्च होते रहेंगे. सभी जिलों में एसपी पूरी टीम के साथ पैदल मार्च करते रहेंगे.

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इधर निवाड़ी पुलिस अधीक्षक तुषार कांत ने ओरछा नगर में पैदल मार्च निकाला. पुलिस अधीक्षक ने जन सामान्य की समस्याओं को सुना और जिले में शांतिपूर्ण सौहार्द समरसता बनाए रखने का संदेश दिया. एसपी ने बताया कि लोगों को होने वाली समस्याओं को भी जाना और उनसे उनका हालचाल पूछा. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पैदल मार्च निकालने का मकसद लोगों में पुलिस के प्रति सद्भावना रहे, पुलिस का सहयोग करें. क्योंकि पुलिस उनकी रक्षक है. पुलिस से डरे नहीं. अगर पुलिस या कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति को परेशान करता है तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें.

इधर बच्चों में दिखा जोश, डीसीपी ने बांटी चॉकलेट

फ्लैग मार्च के दौरान एक तरफ पुलिसकर्मियों का पसीना छूट गया। अधिकतर पुलिसकर्मी और अधिकारी सुस्त दिखाई दिए। वहीं दूसरी तरफ पुलिस के फ्लैग मार्च में बच्चों में जोश दे्खने को मिला। फ्लैग मार्च में शामिल हो कर बच्चों ने शराब छोड़ो के नारे लगाए। पुलिस के फ्लैग मार्च के पीछे पीछे शराब छोड़ो के नारे लगाते बच्चें चलते रहे। बच्चों का जोश देख फ्लैग मार्च लीड कर रहे डीसीपी साईंकृष्णा थोटा ने बच्चों को चॉकलेट बांटी। 12 नंबर पर कुछ दिन पहले हुई थी शराब को लेकर कार्रवाई उसी इलाके में पुलिस के फ्लैग मार्च के दौरान ये नजारा देखने को मिला। मध्यप्रदेश के डीजीपी के निर्देश के बाद जोन- 1 में फ्लैग मार्च निकाला गया।

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