दीपक ताम्रकार,डिंडोरी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के डिंडोरी जिले (Dindori district) में ईसाई मिशनरी के छात्रावास में हुए यौन शोषण मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है। नाबालिग बच्ची के चरित्र पर सवाल उठाने वाले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राधे श्याम कोकड़िया समेत अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए है।
इसके आलावा इस मामले में 7 अलग अलग FIR भी दर्ज की जाएगी। समनापुर थाना प्रभारी के निलंबन के साथ ही विकास खंड शिक्षा अधिकारी अमरपुर, अमरपुर विकास खंड स्रोत समन्वयक BRC के निलंबन के साथ ही आदिवासी विकास विभाग द्वारा बिना मान्यता के ग्रांट देने के मामले की जांच कर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शिकायत के बाद राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों के साथ निरीक्षण करने डिंडोरी पहुंचे। जहां उन्होंने मिशनरी के छात्रावास और संस्था के दस्तावेजों को खंगाला। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में अधिकारियों की बैठक लेकर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये है। इधर एक्शन के बाद प्रशासन द्वारा पीड़ित बच्चियों को दस दस हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है ।
भाजपा महिला मोर्चा ने कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
छात्रावास में बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण मामले में बीजेपी अनुसूचित जनजाति और महिला मोर्चा ने कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौपा है। वही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वहीं जुनवानी स्थित ईसाई मिशनरी में जांच के लिए गये अधिकारियों को बंधक बनाने के मामले, वन स्टाप सेंटर में जबरन अंदर घुसने वालों और नाबालिक बच्चियों का नाम सार्वजनिक करने और चरित्र पर कमेंट करने वालो पर कुल सात एफआईआर दर्ज की जाएगी। लापरवाह अधिकारियों को निलंबित कर आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा ग्रांट दिये जाने के मामले पर शासकीय राशि के गबन की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
8 बच्चियों ने शिक्षकों के खिलाफ की थी यौन शोषण की शिकायत
दरअसल मध्यप्रदेश राज्य बाल आयोग (Madhya Pradesh State Child Commission) के निरीक्षण के दौरान जुनवानी स्थित मिशनरी की तरफ से संचालित अवैध चिल्ड्रन होम की 8 बच्चियों ने शिक्षकों के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की। बच्चियों ने बताया कि उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है। उन्हें गंदी नजरों से टच कर घिनौनी हरकत की जाती है।ये बच्चियां डर की वजह से कहीं कोई शिकायत नहीं पाती थी, लेकिन मामला प्रकाश में आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बड़ा एक्शन लिया है। इस संस्था में 600 आदिवासी बच्ची रहती है।
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