हर्षराज गुप्ता, खरगोन। खरगोन में एक भाई के प्रति बड़ी बहन का अटूट प्रेम देखने को मिला है। जहां अपने छोटे भाई की दोनों किडनी खराब होने के बाद उसकी जान बचाने के लिए बड़ी बहन किडनी दान देने के लिए आगे आई है। वहीं अपने बेटे इलाज के लिए गरीब पिता ने अपना आधा एकड़ खेत बेच दिया।आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार ने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। जिला प्रशासन भी इस परिवार की मदद के लिए आगे आया है। किडनी दान करने के प्रमाण पत्र पर साइन कराने बहन अपनी माता-पिता और भाई-भाभी के साथ एसडीएम कार्यालय पहुंची। जहां एसडीएम ने भी परिवार के प्रति सहानुभूति दिखाई है।
खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर कुकडोल निवासी 34 वर्षीय युवक भीमसिंह चौहान की दोनों किडनी खराब हो गई है। भीमसिंह पेशे से ड्राइवर है। जो चार पहिया वाहन चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है। लेकिन डायलिसिस के चलते छः माह से वह भी बेरोजगार है। जब राजपूत परिवार को जैसे ही किडनी खराब होने का पता चला तो मानो परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। पेशे से मजदूर मनोहर सिंह चौहान को अपने जवान के बेटे की दोनों किडनी खराब होने से इलाज के लिए करीब 9 से ₹10 लाख की जरूरत पड़ी। उन्होंने अपनी 38 वर्षीय पुत्री बसंती पति रूप सिंह सोलंकी को इसकी जानकारी दी और इंदौर के निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के बताए अनुसार एक किडनी ट्रांसप्लांट करने की समस्या भी बताई। परिवार के सामने 9 से 10 लाख रुपए की व्यवस्था करने के साथ-साथ किडनी देने का विशाल संकट भी सामने आया। वहीं पीड़ित भीम सिंह की पत्नी भी किडनी देने में सक्षम नहीं थी। ऐसे में छोटे भाई की जान बचाने के लिए 38 वर्षीय बड़ी बहन बसंती ने अपनी एक किडनी देने का निर्णय लेकर अपने छोटे भाई की जान बचाने के हिम्मत दिखाई है। अब किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 9 से 10 लाख रुपए की व्यवस्था की जब बात सामने आई तो परिवार ने एकमात्र जीवन का सहारा आधा एकड़ जमीन तक ओने-पौने दाम में बेच दी। उसके बाद 4 से ₹5 लाख की व्यवस्था हो पाई। अब परिवार के सामने ₹5 लाख और जुटाने की समस्या सामने खड़ी है। पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को खरगोन एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम ओम नारायण सिंह से मदद की गुहार लगाई। खरगोन एसडीएम ओम नारायण सिंह ने हर संभव मदद करने और आयुष्मान कार्ड बनवाकर राशि दिलाने का भरोसा दिलाया है।
BREAKING: अतिक्रमणकारियों ने CCF और DFO की गाड़ियों पर किया पथराव, टूटे शीशे
भीम सिंह की बड़ी बहन बसंती का कहना है कि मेरे भाई की दोनों किडनियां खराब हो गई हैं और इसमें बहुत खर्च भी आ रहा है। एसडीएम और थाना प्रभारी से डॉक्यूमेंट पर साइन कराने आए हैं। आर्थिक सहायता के लिए गुहार लगाई है, क्योंकि हम इतने सक्षम नहीं है, गरीब परिवार से हैं। उसके इलाज के लिए खेत बेचा है और मैं अपनी किडनी दान कर रही हूं, ताकि भाई का जीवन सुरक्षित हो। हमारे पास इतने पैसे भी नहीं की दूसरी किडनी खरीद सकें।
रेपिस्ट ‘भाई’ को उम्रकैद: 4 साल की ‘बहन’ के साथ किया था रेप, कोर्ट ने 10 हजार जुर्माना भी लगाया
वहीं खरगोन एसडीएम ओम नारायण सिंह का कहना है कि बसंती बाई नाम की महिला मेरे पास आई थी। उनका कहना था कि मुझे आपसे प्रमाण पत्र चाहिए। सत्यापन चाहिए, मैंने उनसे कहा तत्काल आपको प्रमाण पत्र और जितने भी पत्र हैं उनको सत्यापित करके सौंपा जा रहा है। इसके अतिरिक्त तो जो भी सहायता की जरूरत पड़ेगी उनके लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा।
रेपिस्ट ‘भाई’ को उम्रकैद: 4 साल की ‘बहन’ के साथ किया था रेप, कोर्ट ने 10 हजार जुर्माना भी लगाया
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक