धर्मेंद्र यादव,सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र नसरुल्लागंज जनपद पंचायत की नवनिर्मित ग्राम पंचायत ससली में महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश की गई. जहां बकरी चराने वाली दलित गरीब महिला सुलोचना बाई को ग्राम पंचायत की सरपंच सर्वसम्मति से निर्विरोध चुना गया है. ग्राम पंचायत में कुल 10 वार्ड है. सभी वार्ड से महिला पंचों को भी निर्विरोध चुना गया है. ग्राम पंचायत ससली महिला सशक्तिकरण के साथ समरस पंचायत होने से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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दरअसल ग्राम ससली सीहोर जिले का ऐसा पहला गांव है, जो धुआं मुक्त घोषित हो चुका है. जिस पर पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गांव को धुआं मुक्त होने पर विशेष पुरस्कार भी दिया था. ग्रामीणों के प्रयास के ही कारण आज गांव को समरस पंचायत व महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण माना जाता है.

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निर्विरोध निर्वाचित महिला सरपंच सुलोचना देवी ने बताया कि वह मजदूरी करती है, तीन घरों की बकरी चराती है. आगे भी परिवार का पालन पोषण के लिए बकरियां चराती रहेगी. वहीं सरपंच के पद पर रहकर गरीब मजदूरों के लिए भी काम करती रहूंगी. उन्हें आवास शौचालय और मनरेगा जैसी योजनाओं का लाभ दिलाती रहूंगी.

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