हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश की इंदौर ईओडब्ल्यू (EOW) ने 66 लाख की धोखाधड़ी करने वाली रीवो मल्टीनेशनल लिमिटेड कंपनी के 4 डायरेक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तीन डायरेक्टरों को औरंगाबाद से गिरफ्तार किया है। एक मुख्य आरोपी विनोद कुमार माली मौके से फरार हो गया, जिसकी ईओडब्ल्यू की टीम तलाश में जुटी हुई है।

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इस तरह लोगों को झांसे में फंसाते थे

दरअसल, ये आरोपी कंपनी बनाकर लोगों से पैसा दोगुना करने का लालच देकर धोखाधड़ी को अंजाम देते थे। करोड़ों रुपए इन्वेस्टमेंट होने के बाद आरोपी कंपनी को बंद कर फिर नई कंपनी शुरू कर लेते थे। आरोपी पहले लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए प्लास्टिक पाइप और प्लास्टिक के आइटम बनाने के ब्रोशर दिखाकर उन्हें भी झांसे में लेते और अगर इससे भी इन्वेस्टर संतुष्ट नहीं होता तो उसे औरंगाबाद में कंपनी विजिट पर भी ले जाते थे। जिसके बाद लोग झांसे में आकर इनकी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करते थे।

चेन सिस्टम के माध्यम से कराते थे इन्वेस्टमेंट

इस पूरी कंपनी में चेन सिस्टम के माध्यम से इन्वेस्टमेंट का काम लगातार किया जा रहा था और लोगों को कुछ राशि भी इन्वेस्टमेंट की ब्याज के तौर पर आरोपी खातों में ट्रांसफर कर दिया करते थे। लंबे समय से इंदौर के कुछ लोगों के पैसे जब वापस नहीं मिले तो ईओडब्ल्यू को पूरे मामले की शिकायत की गई। जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने औरंगाबाद पहुंचकर कंपनी के तीन डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू को कंपनी के बैंक खातों की जानकारी मिली है। जिनमें करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है। मुख्य आरोपी विनोद कुमार माली फरार है। जिसकी अभी ईओडब्ल्यू तलाश में जुटी हुई है।

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अपहरण मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार

इधर, पिछले दिनों चंदन नगर थाना क्षेत्र से जमीन विवाद में अपहरण के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। करीब 2 दिन पहले चंदन नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक मौलाना को कुछ लोग दुआ पढ़ने के बहाने बुलाकर कार में बैठा कर खुडैल के जंगल में ले गए थे और जान से मारने की धमकी देते हुए पिस्टल अड़ाकर जबरन जमीन के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिए थे। जिसके बाद मौलाना को बाईपास पर छोड़कर भाग गए थे। इस मामले में चंदन नगर थाना पुलिस ने जांच के बाद चार आरोपियों को हिरासत में लिया है।

थाना प्रभारी के मुताबिक मौलाना और आरिफ के बीच में एक जमीन को लेकर कुछ साल पहले एग्रीमेंट हुआ था। लेकिन वह एग्रीमेंट कैंसिल हो गया, जिसके बाद आरिफ ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मौलाना का अपहरण किया और जबरन दस्तावेजों पर साइन करा लिए। फिलहाल इस मामले में आरिफ, मोइन, सद्दाम सहित एक अन्य आरोपी को हिरासत में लिया गया है और इन सभी से पूछताछ की जा रही है।

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