कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक बिजली आपूर्ति का नया रिकॉर्ड बना है। प्रदेश में एक दिन में 3027.43 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई। वहीं 23 नवम्बर को प्रदेश में बिजली की मांग 15 हजार 460 मेगावाट दर्ज हुई। प्रदेश में बिजली की मांग 10 नवम्बर से 14 हजार मेगावाट और 20 नवम्बर से 15 हजार मेगावाट के ऊपर लगातार दर्ज हो रही है। वहीं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने एक दिन में 3027.43 लाख यूनिट की सफल आपूर्ति पर बिजली कम्पनी के अधिकारी-कर्मचारियों की सराहना की है।

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आंकड़ों में देखिए…

वि‍त्तीय वर्ष अधिकतम मांग (मेगावाट में) एक दिन की सर्वाधिक आपूर्ति (लाख यूनिट में)
2017-18 12240 2355.12
2018-19 14089 2658.69
2019-20 14555 2654.11
2020-21 15425 2954.77
2021-22 15692 2986.16
2022-23 15460 3027.43

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प्रदेश में जब बिजली की मांग 15460 मेगावाट पर दर्ज हुई, उस दौरान मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर एवं रीवा संभाग) में 4034 मेगावाट, मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल एवं ग्वालियर संभाग) में 4774 मेगावाट और मध्यप्रदेश पश्चि‍म क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर एवं उज्जैन संभाग) में बिजली की अधिकतम मांग 6366 मेगावाट दर्ज हुई। वहीं रेलवे को 286 मेगावाट बिजली दी गई।

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बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप और जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 3649 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 949 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 4441 मेगावाट और आईपीपी का अंश 2270 मेगावाट रहा। अन्य स्त्रोत (जिनमें नवकरणीय स्त्रोत एवं बैंकिंग भी शामिल हैं) से प्रदेश को 4151 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई।

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