भूपेन्द्र भदौरिया, ग्वालियर। एमबीबीएस (MBBS) की फर्जी डिग्री मामले में क्राइम ब्रांच की जांच में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। मालेगांव के सरकारी हॉस्पिटल में सेवाएं देने वाली फर्जी डॉक्टर प्रतिक्षा दायमा और उसका साथी मोहम्मद शफीक मालेगांव पुलिस की सूची में मोस्ट वांटेड निकला। दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेने मालेगांव पुलिस ग्वालियर आने वाली है। ग्वालियर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 7 दिन के रिमांड पर ले रखा है।

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में डॉक्टरों की एमबीबीएस की अंकसूची और डिग्री की डुप्लीकेट कॉपी निकलवाने का मामला गहराता जा रहा है. इस मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने जीवाजी विश्वविद्यालय से 5 साल का रिकॉर्ड मांगा था. 32 घंटे बीत जाने के बाद विश्वविद्यालय ने 13 डॉक्टरों को एमबीबीएस की अंकसूची और डिग्री की डुप्लीकेट कॉपी देने की बात स्वीकार की, लेकिन डॉक्टरों के नाम अब तक क्राइम ब्रांच को नहीं बताएं जो डुप्लीकेट डॉक्यूमेंट लेकर गए हैं. विश्वविद्यालय प्रबंधन पुलिस की जांच में शक के दायरे में है. क्राइम ब्रांच एएसपी ऋषिकेश मीणा का कहना है कि मालेगांव पुलिस से जानकारी जुटाने पर पता चला है कि प्रतिक्षा दायमा एक ड्रग्स सप्लायर है और दूसरा आरोपी मोहम्मद रफीक मालेगांव का मोस्ट वांटेड है.

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दोनों आरोपियों की मालेगांव पुलिस को तलाश थी. जांच में आरोपी दायमा का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है जहां उसने मुंबई के पल्स केयर अस्पताल के स्टाफ होने का फर्जी प्रमाण पत्र नौकरी के दौरान लगाया था. अब ग्वालियर पुलिस को टीम का मालेगांव से लौटने का इंतजार है जो 4 दिन से वहां डेरा डाली हुई है. पुलिस का कहना है कि फर्जी डिग्री बेचने का एक बड़ा रैकेट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। आरोपियों की 7 दिन की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद न्यायालय में रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन भी किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रबंधन के कर्मचारी अधिकारियों से भी पूछताछ जारी है।

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बता दें कि ग्वालियर की महिला डॉक्टर प्रतिक्षा एमबीबीएस की इंटर्नशिप और लीव सर्टिफिकेट की डुप्लीकेट कॉपी निकलवाने में मालेगांव महाराष्ट्र की प्रतिक्षा दायमा और उसका साथी शफीक मोहम्मद पकड़ी गई। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में शक की सुई जीवाजी विश्वविद्यालय की ओर की है। विश्वविद्यालय ने 13 डॉक्टरों को डुप्लीकेट डाक्यूमेंट्स देने की बात तो की है लेकिन नाम बताने पर चुप्पी साध ली है। पुलिस को उम्मीद है कि एक बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है।

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