कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से फर्जीवाड़ा का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक ही अंकसूची पर दो भाईयों ने सरकारी नौकरी हासिल कर ली। एक भाई नगर निगम में सहायक वर्ग-3 के पद पर नौकरी कर रहा था। जब उसकी शिकायत की गई तो नगर निगम ने अंकसूची का वेरिफिकेशन माध्यमिक शिक्षा मंडल से करवाया गया। जांच में अंकसूची फर्जी पाई गई। इस मामले में नगर निगम की ओर से एफआइआर दर्ज करवाई गई है। यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है।
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नगर निगम के उपायुक्त की ओर से शिकायत की गई है कि नगर निगम में पदस्थ सहायक वर्ग-3 कैलाश कुशवाह का भाई रणेंद्र सिंह कुशवाह राज्य पावर लूम बुनकर संघ में कर्मचारी है। रणेंद्र सिंह कुशवाह और कैलाश कुशवाह ने नौकरी हासिल करने के लिए जो अंकसूचियां लगाई है, वह एक ही हैं। कैलाश ने भाई की ही अंकसूची में हेरफेर कर नौकरी हासिल की है। इसके बाद दोनों अंकसूची मंगवाई गई। इन्हें जांच के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल, भोपाल भेजा गया।
यहां अंकसूची की जांच में पाया गया कि अंकसूची कैलाश कुशवाह के नाम पर है ही नहीं, बल्कि जिस अंकसूची को उसने नौकरी ज्वाइन करते समय लगाया वह उसके भाई रणेंद्र सिंह के नाम पर ही है। रिकॉर्ड आते ही इसमें नगर निगम की ओर से जांच रिपोर्ट के साथ शिकायती आवेदन दिया गया। इस मामले में FIR दर्ज कर ली गई है।
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