कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। एसपी ऑफिस की जनसुनवाई में एक युवक ने पुलिस अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कार्यवाही नहीं होने पर धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी है। युवक अपने हाथों में मुस्लिम धर्म से जुड़ी एक किताब को लेकर पहुंचा था। युवक के आवेदन पर एडिशनल एसपी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

आदिवासी महिला और उसकी बेटी से छेड़छाड़

मुरार इलाके का रहने वाला रोहित परिहार बीती 20 अप्रैल को मुरार थाना पहुंचा था। वह अपने साथ एक आदिवासी महिला को लेकर थाने गया था। उनका कहना है कि उस आदिवासी महिला और उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ के साथ ही दुष्कर्म का प्रयास हुआ था। जिसे साथ लेकर थाने गया था लेकिन वहां पर मौजूद थाना प्रभारी ने उसके साथ बदसलूकी करते हुए जातिसूचक गालियां दी और मारपीट भी की। ऐसे में थाने पर पहुंचने वाले फरियादियों के साथ ऐसा व्यवहार पुलिस की छवि को खराब करता है।

जाति विशेष को लेकर बदसलूकी

लिहाजा इस मामले में शिकायतकर्ता रोहित परिहार ने एडिशनल एसपी को शिकायती पत्र देकर मांग की है कि यदि 7 दिन के अंदर थाना प्रभारी और उनके स्टाफ पर कार्रवाई नहीं की गई तो ऐसी स्थिति में वो धर्म परिवर्तन कर लेगा। कहना है कि जिस धर्म में जाति विशेष को लेकर बदसलूकी की जाती हो उस धर्म में रहने का कोई मतलब नहीं है। गौर करने वाली बात यह भी है कि रोहित अपने हाथ में मुस्लिम धर्म से जुड़ी किताब को लेकर पहुंचा हुआ था। जब उससे सवाल किया गया कि वह किस धर्म में जाना चाहता है।

मुस्लिम धर्म से जुड़ी किताबें

उसका कहना था कि वह अभी मुस्लिम धर्म से जुड़ी किताबों को पढ़ रहा है और यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वो उस धर्म को अपना लेगा। उन्होंने पुलिस के खिलाफ अपनी नाराजगी के चलते मुंडन करा किया है, साथ ही कार्रवाई न होने तक जूते चप्पल पहनना छोड़ दिया है। इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि शिकायत पत्र के आधार पर पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी सीएसपी मुरार को दी गयी है। यदि कोई भी दोषी होगा तो इस मामले में एक्शन लिया जाएगा।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus