कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वायपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के दामाद ओम प्रकाश मिश्रा (Om Prakash Mishra) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) के बयान पर कहा कि मतदाता राक्षस तो हो ही नहीं सकता। बीजेपी को राक्षस कहते तो समझ आता, लेकिन उन्होंने तो एक दम से मतदाताओं को ही राक्षस कह दिया।
ग्वालियर (Gwalior) के लाडले सपूत भारत रत्न स्व अटल बिहारी वायपेयी जी की आज पांचवी पुण्यतिथि है। ग्वालियर में शिंदे की छावनी स्थित कमल सिंह के बाग में अटल जी का पैतृक निवास है। वर्तमान में अटल जी भतीजी कांति मिश्रा और उनके पति ओम प्रकाश मिश्रा (अटल जी के दामाद) पैतृक निवास में रहते हैं। जहां श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। परिजनों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बड़ी संख्या में शहरवासी भी अटल जी को पुष्पांजलि देने पहुंचे।
मतदाताओं को राक्षस कहना अपमान- ओम प्रकाश मिश्रा
इस दौरान अटल जी के दामाद ओम प्रकाश मिश्रा ने रणदीप सुरजेवाला के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सीधी बात ये है, चाहें हम कांग्रेस को वोट दें या बीजेपी को वोट दें, वोटर हैं और हमको राक्षस कहा जाएगा। बोलने की सबको स्वतंत्रता है, लेकिन उसकी एक मर्यादा है और जो राक्षस कहा गया है, वह सीधा सीधा भारत वर्ष के मतदाताओं का अपमान है।
ओम प्रकाश ने कहा कि भाजपा को राक्षस कहते तो समझ आता, लेकिन उन्होंने तो एक दम से मतदाताओं को ही राक्षस कह दिया। मतदाता राक्षस तो हो ही नहीं सकते। भारत वर्ष के मतदाता का इससे बड़ा अपमान तो कोई और हो ही नहीं सकता। बीजेपी अटल जी को पूरा सम्मान दे रही है। 6 दिसंबर को जब बाबरी विध्वंस हुआ था। तब भाजपा के बड़े बड़े नेता हाथ नीचे कर चुके थे, अटल जी ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने पार्टी को संभाला और फिर से पार्टी को खड़ा किया।
कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व पीएम अटल बिहारी की पांचवी पुण्यतिथि पर भाजपा ही बल्कि कांग्रेसी भी बड़ी तादाद में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर रहे है। ग्वालियर की महापौर शोभा सिकरवार ने कहा कि अटल जी ने हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास किया है। यही वजह है कि आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है।
ग्वालियर में बीता बचपन
आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का बचपन कमल सिंह का बाग की गलियों में गुजरा है। अटल जी छात्र राजनीति से लेकर देश के शीर्ष पद तक पहुंचे। भारत को परमाणु शक्ति बनाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यही वजह है कि वे न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में शीर्ष नेताओं में गिने जाते हैं। भारत सरकार ने अटल जी को भारत रत्न से भी नवाजा है। 16 अगस्त 2018 को अटल जी ने अंतिम सांस ली थी।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक