निशांत राजपूत, सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के छपारा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जंगल में अंधाधुंध सागौन की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। 150 सेंटी मीटर मोटे करीब 15 सागौन के पेड़ों को काटकर तस्कर जंगल से ट्रक में भरकर ले गए, लेकिन अब तक इस मामले पर वन विभाग के अधिकारियों के आरोपियों से हाथ खाली हैं। वहीं सहायक परिक्षेत्र अधिकारी संजय जयसवाल की भी इस मामले में संदिग्ध भूमि का नजर आ रही है।
जिस स्थान पर इतनी बड़ी मात्रा में सागौन के पेड़ों की कटाई की गई है, वह वन परिक्षेत्र कार्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी है। इतना ही नहीं सड़क के किनारे लगे जंगल में इतने बड़े पैमाने में सागौन की लड़कियों की कटाई की गई और तस्कर लेकर चले गए। जिसकी अनुमानित कीमत 10 लाख से अधिक की बताई जा रही है।
इस घटना के बाद वन परिक्षेत्र छपारा में हड़कंप मच गया है और जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में जवाब देने से बच रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि वनों की सुरक्षा में सरकार लाखों रुपये खर्च कर रही है। इसके बाद भी तस्करों ने हरे भरे जंगल से बेश कीमती लकड़ी काटर ले गए और वन विभाग के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोते रहे।
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