हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में आज शुक्रवार को खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। कलेक्टर के निर्देश के बाद आज खाद्य विभाग की टीम सौंफ बनाने वाली कई फैक्ट्रियां पहुंची। इस दौरान पाया गया कि सड़ी सौंफ के ऊपर रंग चढ़ाकर इसे तैयार किया जा रहा था और इसे बाजार में बेचा जा रहा था। वहीं कई एक्सपायर मखाने भी बरामद हुए हैं। इन पर कलर मिलाकर नया बनाकर इसकी बाजार में बिक्री की जा रही थी। इस मामले में करवाई के बाद लाखों रुपए की सौंफ को जब्त किया गया। कमाई के लालच में लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था जिस पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है।
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश और अपर कलेक्टर गौरव बैनल के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों एवं राजस्व विभाग (तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार) के संयुक्त दल ने धार रोड स्थित जीएनटी मार्केट के जैन ट्रेडर्स का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सौंफ का ग्रेडिंग होना पाया गया। जिसके बाद खाद्य पदार्थ गुणवत्ताहीन होने के संदेह में लगभग 900 किलोग्राम सौंफ को जब्त किया गया।
इसी प्रकार एक अन्य कार्रवाई में हिम्मत नगर पालदा स्थित फर्म यू एण्ड मी का निरीक्षण कर सौंफ के दो नमूने लिए गए। सौंफ में कलर मिले होने के आशंका के आधार पर कुल 13150 किलोग्राम सौंफ जब्त की गई। इसकी अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख 72 हजार रुपये है। इसी तरह एक अन्य दल ने श्री पाल रत्न लाल फर्म पर कार्यवाही की। इस दौरान लगभग 9000 किलोग्राम सौंफ जब्त की गई। जिसकी अनुमानित कीमत 12 लाख 50 हजार रुपये है।
एक अन्य दल ने जीएनटी मार्केट स्थित फलोदी इंडस्ट्रीज का निरीक्षण कर सौंफ के तीन नमूने लिए। यहां 4 लाख 90 हजार की सौंफ को जब्त करने की कार्रवाई की गई। इस प्रकार चारों कार्रवाइयों में कल 26 हजार 750 किलोग्राम सौंफ जब्त की गई है। इसकी अनुमानित कीमत लगभग 34 लाख 20 हजार रूपये है। सभी नमूनों को जांच के लिए खाद्य विश्लेषक राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल की ओर प्रेषित किया जाएगा। जिनकी जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।