हेमंत शर्मा, इंदौर। कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद से सदस्यता समाप्त करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने चुनावी भाषण में तीन चार नाम लेकर कहा था। इन सब के नाम पर यह क्यों है। राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा कि सारे मोदी चोर हैं। चुनावों के दौरान मेरे और कमलनाथ के बारे में क्या क्या कहा यह सबको पता है।
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और पीसीसी चीफ कमलनाथ (PCC Chief Kamal Nath) मंगलवार को मध्यप्रदेश के इंदौर (Indore) में रवींद्र नाट्यगृह में अधिवक्ताओं के ‘संविधान का संरक्षण’ और ‘संविधान का उत्थान’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान दोनों नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने पर सवाल उठाया। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला।
शशि थरूर ने कहा कि राहुल गांधी ने कभी भी अपने बयान में यह नहीं कहा है कि सारे मोदी चोर हैं। थरूर ने यह भी कहा कि राहुल के खिलाफ सरकार का मामला बेहद ही कमजोर था। राहुल गांधी ने जो भी कहा वह चुनावी भाषण में कहा था और चुनावी भाषण में मेरे बारे में क्या-क्या कहा गया है, ये सबको पता है।
मेरे ख्याल में कम से कम इस केस में दोनों इंटरप्रिटेशन समझना चाहिए था। अगर सजा देनी थी तो वॉर्निंग देना था। 2 साल की सजा जो मैक्सिमम सजाएं है, इस सजा के कारण ही उनकी संसद क्षेत्र से डिसक्वालीफिकेशन हुई है। यह सब मेरे ख्याल में बहुत बुरी बात है। केस चलाया गुजरात में बोनाफाईड है या मेला फाइट (प्रामाणिक या निष्पक्ष), जिसने पिटीशन लगाई है, वह खुद रोज हाईकोर्ट (High Court) जाता है, इसको स्टे कर दीजिए, उसपे स्टे रहता है। 2 साल स्टे रहता है। जब से संसद शुरू हुआ, वे चाहते है इस पर सुनवाई हो, जज का ट्रांसफर किया जाता है, एक तो प्रमोटी जज को भेजा जाता है, कुछ दिन पहले प्रमोट किया और वही ऑर्डर देता है, सीधा प्रश्न बोनाफाइड और मेला फाइट।
बता दें कि साल 2019 में राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार की रैली में दिए गए बयान के खिलाफ सूरत से भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने मामला दायर किया था। जिस पर सूरत की सीजेएम कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई। जिसके बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त कर दी गई।
कमलनाथ ने सिख समाज से की मुलाकात
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ पूरी तरह से चुनावी मूड में नजर आ रहे हैं। कमलनाथ लगातार प्रदेश भर के दौरे कर रहे हैं। पीसीसी चीफ कमल नाथ ने अपने इंदौर प्रवास के दौरान विशेष तौर पर सिख समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। गुरु नानक जयंती के दौरान इंदौर के एक आयोजन में उनका विरोध हो गया था। जिसके बाद इस मुलाकात को उसी विरोध से देखा जा रहा है। इस मुलाकात के दौरान सिख समुदाय के प्रतिनिधि मंडल ने कमलनाथ से मांग की है कि दंगा पीड़ित जिस जगह रह रहे है, उस जमीन को उन्हें ही दे दिया जाए और उन्हें मुआवजा भी दिया जाए। कांग्रेस ये बात अपने घोषणा पत्र में शामिल करें।
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