हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर में शासकीय राशन दुकानों पर मिलने वाले राशन की कालाबाजारी करते हुए खाद्य विभाग द्वारा पिछले दिनों कार्रवाई को अंजाम दिया गया था, जिसमें जांच पड़ताल कर तीन व्यक्तियों के खिलाफ सार्वजनिक वितरण प्रणाली कानून के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है।

दरअसल खाद्य विभाग की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, बाढ़ गंगा थाना क्षेत्र के बाणेश्वरी कुंड के नजदीक एक वाहन में भारी मात्रा में खाद्यान्न सामग्री रखी हुई है। यह पूरी खाद्य सामग्री शासकीय वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को मिलने वाला राशन है, जिसकी कालाबाजारी की जा रही है। इसी के तहत खाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए 90 क्विंटल चावल बरामद किए थे।

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जानकारी के अनुसार शासकीय राशन दुकान से पहले गरीबों को राशन दिया जाता है जो की तीन से चार रुपए किलो में मिलता है। जिसके बाद यही अनाज राशन माफियाओं द्वारा गरीबों के घर-घर जाकर 10 से 15 रुपए प्रति किलो के हिसाब से लिया जाता है। उसके बाद बड़ी-बड़ी फैक्ट्री में बच्चों के लिए बनने वाले कुरकुरे और नमकीन में इनका उपयोग किया जाता है।

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वहीं कम दामों में मिलने के कारण राशन माफिया को इस राशन से काफी अच्छा मुनाफा मिलता है। इससे पहले भी खाद्य विभाग द्वारा कई स्थानों पर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। लेकिन इसके बावजूद भी किसी तरह का कोई असर दिखाई देता हुआ नजर नहीं आ रहा है। उसी के तहत जांच पड़ताल करने के बाद खाद विभाग द्वारा राशन माफिया सक्षम अग्रवाल, सतीश अग्रवाल सहित वाहन चालक हरभजन सिंह के खिलाफ सार्वजनिक वितरण राशन प्रणाली के तहत गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। गरीबों के राशन की तस्करी मामले में पुलिस द्वारा लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि अन्य स्थान पर एकत्रित इस तरह के राशन पर कार्रवाई की जा सके।

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