हेमंत शर्मा, इंदौर। मंगलवार को इंदौर के खालसा कॉलेज में प्रकाश पर्व पर आयोजित कीर्तन कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पहुंचने पर बवाल मचा हुआ है। पंजाब से आए कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरिया की नाराजगी के बाद आज सिख समाज के लोगों ने आयोजन स्थल का दूध और अमृतसर के पानी से शुद्धिकरण किया। साथ ही NEVER FORGET 1984 के पोस्टर लगाकर कमलनाथ को फांसी देने की मांग की।

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दरअसल, मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक दिवसीय दौरे पर इंदौर पहुंचे थे। जहां उन्होंने सिख समाज द्वारा आयोजित प्रकाश पर्व के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। लेकिन कमलनाथ के जाते ही पंजाब से आए कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरीया ने उनका पुरजोर विरोध किया और मंच से ही सिख समाज को 1984 के दंगे याद दिलाए। कीर्तनकार ने कहा था कि 1984 में जिस बंदे के कहने पर हजारों सिखों का कत्ल होता है, हमारी माता-बहनों की इज्जत लूटी गई, उस बंदे का सम्मान हम कर रहे हैं। यह शर्म की बात है। अब मैं कभी इंदौर नहीं आऊंगा।

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कीर्तनकार की नाराजगी के बाद बुधवार को सिख समाज के लोगों ने प्रकाश पर्व के आयोजन स्थल पर पहुंचकर दूध और अमृतसर के पानी से शुद्धिकरण किया और पोस्टर लगाकर NEWER FORGET 1984 सिखों के हत्यारे कमलनाथ को फांसी दो.. हजारों सिखों परिवारों का कातिल कांग्रेस का नेता कमलनाथ लिखकर पुरजोर विरोध किया। साथ ही कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कनपुरिया से माफी भी मांगी। और उनसे कहा कि कुछ सिख समुदाय के लोगों के कारण पूरे सिख समाज को इस तरह की सजा ना दें, पूरा सिख समाज आपको बहुत पसंद करता है।

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