हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में एक कलाकार ने नया कारनामा कर दिखाया है. आर्टिस्ट सुंदर गुर्जर ने पुराने एंबेसडर कार को 10 नंबर के नट और स्क्रैप से बनाकर तैयार किया है. उसे नया लुक दिया है, जो आकर्षण का केंद्र भी बन गया है. एंबेसडर कार में 700 किलो नट और 500 किलो पुराने स्क्रैप का इस्तेमाल किया गया है. सुंदर गुर्जर को इस कार को बनाने के लिए 4 महीने का समय लगा है. इस दौरान वो लगातार दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. अब एंबेसडर कार पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है. जिसे सेल्फी प्वाइंट के तौर पर इंदौर में इस्तेमाल किया जाएगा. यह एंबेसडर कार इंदौर के बाला बैक की है. बाला बैक की मौत के बाद कार को परिजनों बेच दिया था. इस कार में हाजी मस्तान भी घूम चुके हैं.

नट-स्क्रैप से पूरी बॉडी तैयार, 3 लाख से ज्यादा की आई लागत

दरअसल सुंदर गुर्जर पेशे से आर्टिस्ट हैं. उन्हें अलग-अलग तरह के मॉडल्स बनाने महारत हासिल है. सुंदर गुर्जर ने बताया कि उन्होंने एक पुरानी एंबेसडर कार खरीदी थी. इस कार की बॉडी हटाकर नट और स्क्रैप से पूरी बॉडी को तैयार किया है. इस कार में खासियत यह है कि इस पूरी कार में कहीं भी वेल्डिंग का इस्तेमाल नहीं किया गया. नट को बड़ी सफाई से केमिकल के माध्यम से चिपका कर बनाया गया है. अब तक कार में 3 लाख से ज्यादा की लागत लग चुकी है.

रोज पैदल चलकर कार को करते हैं डिजाइन

इस कार को बनाने के लिए सुंदर गुर्जर का सहयोग उनके मित्रों ने किया. सुंदर गुर्जर के पास अपनी खुद की गाड़ी भी नहीं है. खुद 10 किलोमीटर तक अपने घर से पैदल आकर इस कार को 4 महीने से तैयार कर रहे हैं. सुंदर गुर्जर को नए-नए एक्सपेरिमेंट करने का शौक है. सुंदर गुर्जर ने बताया कि इस कार को कभी भारत का गौरव माना जाता था. अब इसका उत्पाद बंद हो गया है. इसे सहेजने के लिए उन्होंने इसे तैयार किया है.

सोशल मीडिया पर भी छाई कार

इसके अलावा सुंदर गुर्जर कई और अलग-अलग मॉडल की कार बना चुके हैं. सुंदर गुर्जर ने जिस कार को तैयार किया है. इसे देखने के लिए दूरदराज से लोग सुंदर गुर्जर के पास पहुंच रहे हैं. सेल्फी लेकर अपने सोशल मीडिया पर भी अपलोड करते हैं. सुंदर गुर्जर ने इस कार को इंदौर में जल्द किसी चौराहे पर सेल्फी प्वाइंट के रूप में लगाने की बात की है.

शोपीस है यह एंबेडसर कार

बता दें कि एंबेसडर की नई लुक वाली यह कार अंदर से पूरी तरह से खोखली है. इसे शोपीस के लिए बनाया गया है. कार के अंदर इंजन, सीट औऱ दूसरे पार्ट भी नहीं लगे हैं. इसलिए इस कार को चलाया भी नहीं जा सकता है. इसे सजेह कर रखने के लिए सेल्फी प्वाइंट की तरह इस्तेमाल किया जाए. वहीं एंबेसडर कार ने भी अपना उत्पादन बंद कर दिया है.  

अजब एमपी के गजब कारनामे: तीसरी संतान वाले 955 शिक्षकों को नोटिस, जवाब ऐसे मिले कि DEO को करना पड़ा समिति का गठन

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus