चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्य प्रदेश की इंदौर क्राइम ब्रांच ने आज दो बड़ी कार्रवाई की है। क्राइम ब्रांच पुलिस ने सूरत के कपड़ा व्यापारियों के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दुसरी कार्रवाई फर्जी एडवाइजरी कॉल सेंटर पर की गई है। पुलिस ने लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले 7 आरोपियों को पकड़ा है। धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों में 12 आर्मी अधिकारी भी शामिल हैं।

दअसल, इंदौर क्राइम ब्रांच से गुजरात के एक दर्जन व्यापारियों ने धोखाधड़ी की शिकायत की गई थी। उन्होंने बताया कि सूरत निवासी देवी प्रसाद उपाध्याय इंदौर जाकर अपने अन्य व्यापारिक साथियों के साथ मिलकर आधार कार्ड और पैन कार्ड के माध्यम से जीएसटी नंबर लिया गया है। इस जीएसटी नंबर के आधार पर डीके ट्रेडिंग कंपनी और बालाजी इंटरप्राइजेज नाम से दो कंपनियां खोली गई है। इन कंपनियों के लिए दुकान भी ली गई।

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गुजरात के बड़े कारोबारियों के साथ धोखाधड़ी

आरोपी ने गुजरात से बड़े कारोबारी को इन कंपनियों की जानकारी देकर लाखों रुपए का माल इन कंपनियों के नाम से इंदौर पहुंचा दिया। जब कंपनी में माल पहुंचा तो दुकान खुली हुई थी, लेकिन माल मिलने के बाद देवीप्रसाद और लक्ष्मीकांत, अरविंद पांडे, चेतन जैन ने दुकान बंद कर दी और फरार हो गए। जिसके बाद व्यापारी इंदौर पहुंचे और धोखाधड़ी की क्राइम ब्रांच पुलिस से की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 420 ही सहित कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। शनिवार को पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। फिलहाल पुलिस आरोपियों से विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ में जुटी हुई है।

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शेयर एडवाइजरी कंपनी चलाता था काॅल सेंटर

फर्जी एडवाइजरी कॉल सेंटर को लेकर डीसीपी निमिष अग्रवाल ने बताया गया कि फर्जी शेयर एडवाइजरी कंपनी के नाम से एक कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था। जिसके मुख्य आरोपी कमलेश वर्मा सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें शामिल आरोपी गोविंद लोगों को झूठ बोलकर उनके बैंक के खातों में राशि ट्रांसफर कर निकलवाने का काम करता था। बताया जा रहा है कि आरोपी लड़कियों की आवाज में लोगों से बात कर फर्जी डिमैट अकाउंट ओपन करने के बाद स्क्रीनशॉट भेज कर विश्वास में लेकर उनके बैंक खातों का उपयोग करवाता था।

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धोखाधड़ी के शिकार हुए 12 आर्मी अधिकारी

फर्जी कॉल सेंटर से ही 12 आर्मी अधिकारियों के साथ भी धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है। इसी के साथ लोगों को रुपया डबल और तीन गुणा करने की लालच देकर लाखों रुपए खातों में ट्रांसफर करवाए जाते थे और उन खातों के माध्यम से रुपय निकाल लिए जाते थे। पुलिस ने पूरे मामले में कमलेश वर्मा, ऋतिक सोलंकी, नितेश मालवीय, धीरज, लोकेश, ओमप्रकाश सहित गोविंद को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 7 मोबाइल, 14 लैपटॉप और एक दर्जन से ज्यादा सिम कार्ड बरामद की गई है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है। पूछताछ में अन्य राज्यों से भी कनेक्शन होने के खुलासे हो सकते है।

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