कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर के कैंट विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा और विकास की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सैकड़ों कांग्रेसी रविवार को सड़कों पर उतर आए। कांग्रेसी विशाल रैली निकालते हुए रांझी पहुंचे, जहां उन्होंने कैंट विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी के कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की। लेकिन इस बीच पहले से ही तैनात पुलिस के बल ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कांग्रेसियों ने जमकर नोरबाजी की।

MP में 11 जुलाई से मानसून सत्र: 10 को विधानसभा अध्यक्ष ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता होंगे शामिल

पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की होती रही। आक्रोशित कांग्रेसियों ने इस दौरान पुलिस की बैरिकेडिंग भी तोड़ दी। जिसके बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और आंसू गैस छोड़ने की चेतावनी दे दी। कांग्रेस के प्रदर्शन की जानकारी पाकर पहले से ही बीजेपी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी विधायक कार्यालय में एकजुट हो गए। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जोरदार नारेबाजी का सिलसिला चलता रहा। कांग्रेस का आरोप है कि कैंट विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी पिछले 30 सालों से कब्जा है।

दिग्विजय के संघ पर ट्वीट का मामला: बीजेपी विधायक रामेश्वर बोले- RSS को समझने सौ बार जन्म लेना होगा, दिग्गी के समर्थन में उतरी कांग्रेस

इसके बाद भी क्षेत्र की गिनती पिछड़े विधानसभा क्षेत्रों में होती है। यहां की जनता मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही है साथ ही कैंट क्षेत्र में विकास के कोई भी बड़े काम नहीं हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्रीय विधायक अशोक रोहाणी पर विकास की अनदेखी और जनता की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जवाब मांगा है। कांग्रेसियों के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी विधायक ने कहा है कि चार सालों तक जनता के बीच से गायब रहने वाले कांग्रेसियों को अब क्षेत्र की जनता की चिंता सता रही है।

MP: कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर स्टाफ नर्स, चरमरा सकती हैं स्वास्थ्य व्यवस्थाएं

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus