कुमार इंदर,जबलपुर। उत्तरप्रदेश में चल रही विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल का असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। हड़ताल के चलते कोल माइंस में बिजली नहीं पहुंच पा रही है। संत सिंगाजी ताप परियोजना पर संकट गहरा गया है। यहां एक-दो दिन का ही कोयला बचा हुआ है। ऐसे में प्रदेश के कुछ इलाकों में अंधेरा छा सकता है। 

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जानकारी के अनुसार कोयला सप्लाई नहीं होने की स्थिति में पावर हाउस को बंद करने की नौबत आ सकती है। इस मसले पर सीएम शिवराज सिंह से जल्द से जल्द उत्तर प्रदेश सरकार से विद्युतकर्मियों से सार्थक वार्ता करने हस्तक्षेप की अपील की गई है। उत्तर प्रदेश में किसी भी विद्युत कर्मी के खिलाफ अनुचित कार्रवाई होने पर मध्यप्रदेश में भी हड़ताल पर जाने की चेतावनी मध्यप्रदेश विद्युत मंडल अभियंता की ओर से दी गई है। बता दें कि यूपी में निजीकरण के विरोध में विद्युत मंडल अभियंता संघ की हड़ताल चल रही है। हड़ताल के कारण कई जिलों में बिजली सप्लाई बाधित हो गई है।

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इधर यूपी के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में आज देश के सभी प्रान्तों में लाखों बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एनसीसीओईईई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे यूपी के बिजलीकर्मियों का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न किया गया तो 27 लाख बिजलीकर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगे। 

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