कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से किसानों के साथ बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। जहां एक गिरोह नेशनल एग्री बिजनेस के नाम से फर्जी कंपनी संचालित कर भोले-भाले किसानों से लाखों की रकम ऐंठ रहे थे। खाद बीज और कृषि उपकरण की फ्रेचायजी देने के नाम पर किसानों से लाखों रुपये की वसूली करने वाले कंपनी के संचालक सूरज तिवारी को पुलिस ने रीवा से गिरफ्तार किया है। 

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जालसाज कंपनी फ्रेन्चायजी और भारी मुनाफा का झांसा देकर एक चिटफंड कंपनी के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी गुरुवार को अपना काम समेटकर भागे, लेकिन इससे पहले ही माढ़ोताल पुलिस को भनक लग गई। माढ़ोताल पुलिस ने उनकी मैपिंग की, तो पता चला कि आरोपी रीवा की तरफ भागे हैं, जिसके बाद रीवा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। रीवा पुलिस ने कंपनी के एक कर्मचारी को पकड़ लिया। जिसे माढ़ोताल पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

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जबलपुर एसपी टी के विद्यार्थी ने मामला का खुलासा करते हुए बताया कि कटंगी बाइपास श्रीराम परिसर में नेशनल एग्रो बिजनेस नाम से कुछ लोगों ने एक कंंपनी खोली। यह कंपनी  खाद्य, बीज और कृषि उपकरण बेचने की फ्रेन्चायजी देने के नाम पर किसानों को अपने झांसे में लेती थी। जिसके बाद उनसे डिपॉजिट के नाम पर पैसे जमा करवाए जाते थे। एसपी ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क शहर से लेकर गांव तक फैला हुआ है। जांच के बाद मामले में कई और बड़े खुलासे हो सकते है। पिछले 6 महीने से कटंगी रोड के पास चल रही थी फर्जी कंपनी। पुलिस के आने की भनक लगते ही कंपनी के लोग हो गए थे फरार। जिसके बाद पुलिस ने कंपनी के संचालक सूरज तिवारी को रीवा से गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 1 कार, 25 लाख रुपए नगद और मोबाइल जब्त किया है। नाम बदलकर रत्नेश सिंह के नाम से जबलपुर में रह रहा था आरोपी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।  

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