कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में वन विभाग का काम करने के बाद मजदूरों को मजदूरी के लिए भटकना पड़ता है। दरअसल, जबलपुर कलेक्ट्रेट परिसर में दो दिन से कई मजदूरों ने डेरा डाला हुआ है। उनका आरोप है कि उनसे काम करवाने के बाद वन विभाग ने दो महीने बाद भी भुगतान नहीं किया है। जिससे वो परेशान हैं। भूखे रह कर दिन काट रहे हैं।

Chhindwara News: पेड़ से टकराकर पलटी ट्रैक्टर-ट्रॉली, ड्राइवर समेत 2 लोगों की दर्दनाक मौत

मजदूरों ने बताया कि उन्होंने वन विभाग में प्लांटेशन के लिए करीब 40 हजार गड्ढे खोदने का काम किया था। 18 रूपए प्रति गड्ढे के हिसाब से 6 लाख 48 हज़ार का भुगतान होना है। लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं दी गई, जिससे वो भूखे जिंदगी काटने को मजबूर है। उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं। राशन के लिए परेशान होना पड़ रहा है। खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। लेकिन उन्हें आश्वासन देकर हर बार टाल दिया जाता है।

पिता ने कर ली थी बेटी की जिंदगी को ‘नर्क’ बनाने की तैयारी: नाबालिग ने SDOP को पत्र लिखकर लगाई गुहार, फिर पुलिस ने..

इंदौर के बाद उज्जैन में प्रोफेसर की पिटाई: नकल करने से रोका तो कॉलेज के बाहर बदमाशों ने पीटा, चेहरे को कुचला

मजदूरों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारी मजदूरी मांगने पर भगा देते हैं। अब जब तक उनकी मजदूरी उन्हें नहीं मिल जाती तब तक वह यहां से नहीं हटेंगे।

जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का..: आरक्षक के दबंग परिजनों ने 4 महिलाओं के साथ की मारपीट, शिकायत के बावजूद पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus