कुमार इंदर जबलपुर। हिंदू मान्यताओं के अनुसार शुभ मुहूर्त पर वस्तुओं और संपत्तियों की खरीदी (purchase of properties) को शुभ माना जाता है। वहीं मौका नवरात्रि का हो तो भला इस खास अवसर पर कौन छोड़ना चाहते है। यही वजह है कि जबलपुर (Jabalpur) में संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने के लिए इन दिनों काफी भीड़ उमड़ रही है। एक ओर वित्तीय वर्ष की समाप्ति और दूसरा चैत्र नवरात्र (chaitra navratri) दोनों के संयोग के चलते लोग संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने के लिए बड़ी संख्या में रजिस्ट्री ऑफिस पहुंच रहे हैं। लोग नई गाइडलाइन के मुताबिक एक अप्रैल को दर बढ़ने के पहले (मार्च) ही प्रॉपर्टी का पंजीयन करा रहे हैं।

जबलपुर के पंजीयन कार्यालय में संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में संपत्तियों की खरीदी करने वाले यहां पहुंचते हैं और अपनी बारी के आने का इंतजार करते हैं। दरअसल, मौजूदा वित्तीय वर्ष के खत्म होने में महज कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में 1 अप्रैल से लागू होने वाली नई गाइडलाइन से बचने के लिए लोग अभी से ही संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने की कार्य में जुटे हुए हैं। नवरात्र के संयोग और वित्तीय वर्ष की समाप्ति को देखते हुए भी संपत्तियों का पंजीयन कराना चाहते हैं। रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचने वाले लोगों का मानना है कि नवरात्रि के दौरान मां भगवती की आराधना की जाती है। ऐसे में संपत्तियों की खरीदी बिक्री के लिए इससे बड़ा शुभ मुहूर्त नहीं हो सकता।

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1 अप्रैल से लागू होने वाली नई गाइडलाइन में जबलपुर जिले की 536 लोकेशन की दरों में बढ़ोतरी की गई है। यह बढ़ोतरी 5 फीसदी से लेकर 20 फीसदी तक की गई है। ऐसे में वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले रजिस्ट्री कराने के लिए लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष के राजस्व के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पंजीयन विभाग ने जबलपुर जिले के लिए 568 करोड़ की वसूली का लक्ष्य रखा है। जिसके मुकाबले अब तक 461 करोड की राशि सरकारी खजाने में पहुंच चुकी है। वित्तीय वर्ष की समाप्ति और नवरात्र के चलते जिले में रजिस्ट्री के मामले में पिछले साल के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। पिछले साल जहां 449 करोड़ का राजस्व मिला था, वहीं इस बार पंजीयन विभाग ने 461 करोड़ का राजस्व हासिल कर लिया है। इसके पीछे माना जा रहा है कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति और नवरात्र के संयोग के चलते लोग बड़ी संख्या में संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने के लिए पहुंच रहे हैं।

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