कुमार इंदर, जबलपुर। गोहलपुर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े व्यापारी से हुई 24 लाख 20 हजार रुपए की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना को 5 आरोपियों ने मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही आरोपियों से लूट के 20 लाख रुपए भी जब्त कर लिए हैं। शेष 3 लाख की बरामदी के लिए टीम रवाना कर दी गई हैं। पकड़े गए आरोपियों में से किसी ने कर्ज चुकाने तो किसी ने जल्द अमीर बनने की चाहत में लूट की वारदात को अंजाम दिया था।

गोहलपुर निवासी अंशुल चौधरी (31) और कृष्णा कॉलोनी के कमलेश (20) झारिया लूट के मुख्य आरोपी हैं। दोनों ने शिवम चौरसिया, सुमित बेन और गौरव चौरसिया के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि कमलेश और अंशु उर्फ अशुंल चौधरी आदतन अपराधी हैं। जो कम समय में अधिक पैसा कमाना चाहते थे। दोनों के खिलाफ अगल-अलग थानों में हत्या का प्रयास, मारपीट और एनडीपीएस एक्ट के जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं।

कर्ज में डूबे थे आरोपी

पुलिस ने बताया कि आरोपी शिवम चौरसिया उर्फ मोदी की तुलाराम चौक पर हार्डवेयर और सुमित बेन की मदनमहल में चिकिन बिरियानी की दुकान है। दोनों कर्ज में डूबे हुए थे। अपना कर्जा चुकाने के लिए लूट की है। पूछताछ पर आरोपियों ने सिलसिलेवार घटनाक्रम बताया कि बेलबाग निवासी गौरव चौरसिया (22) जयंती कॉम्प्लेक्स स्थित मोबाइल दुकान में काम करता है। जिसे मालूम था कि राजकुमार तिवारी व्यापरियों से पैसा कलेक्ट कर मोबाइल एसेसिरिज खरीदने दिल्ली जाता है। गौरव चौरसिया ने यह बात अपने साथी शिवम चौरसिया को बताई। जो रिश्ते का भाई लगता है। शिवम चौरसिया ने अपने साथी सुमित बेन और कमलेश को बताई। फिर योजना के अनुसार जयंती कॉम्पेक्स में रेकी करते हुए राजकुमार तिवारी जब जयंती का कॉम्प्लेक्स स्थित दुकानदारों से रूपए कलेक्ट कर बैग में रखकर निकला, तो गौरव ने जिसकी जानकारी अपने साथियों को दी। तो एक एक्सिस पर कमलेश और अंशु और दूसरे एक्सिस पर शिवम और सुमित, मोटर साअकिल से जा रहे राजकुमार तिवारी का पीछा करने लगे। कमलेश और अंशु राजकुमार के ठीक पीछे चल रहे थे। मौका मिलते ही अमखेरा रोड में कन्हैया डेरी के पास हैण्डिल में टंगा बैग छीनकर कमलेश और अंशु भागते हुए खजरी खिरिया होते हुए बेलखाडू पहुंचे। जहां शिवम और सुमित भी पीछे-पीछे पहुंच गए। बेलखाडू से चारों मझोली क्षेत्र के जंगल में पहुंचे, और आपस में छीने हुए रूपए बांट लिए थे।

CCTV फुटेज-मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर आरोपियों तक पहुंची पुलिस

इधर घटना की जानकारी मिलते ही एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बेरिकेड लगाकर वाहनों की चेकिंग करने के निर्देश दे दिए थे। दूसरी ओर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए आरोपियों का भागते हुए रूट देखने और मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर पल-पल की अपडेट के कारण पुलिस जल्द ही लुटेरों तक पहुंच गई।

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