यश खरे, कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले (Katni) के सबसे बड़ी सब्जी और फल मंडी (vegetable and fruit market) का एक पत्र में अवैध तरीके से चलने का नगर निगम ने उल्लेख कर दिया है। दरअसल कुठला के पुरैनी स्थित सब्जी व फल मंडी जो कि विगत 15 सालों से निरंतर चलती आ रही है और यह मंडी हर तरह के कर (TAX) से मुक्त बताकर चलाई जा रही थी, लेकिन नगर निगम में समाजसेवी संस्था महाकाल सरकार सेवा समिति ने शिकायत की, तो नगर निगम ने एक पत्र के माध्यम से उल्लेख किया। जिसमें कहा गया कि इस मंडी को चलाने के लिए कोई भी अनुमति नहीं ली गई है न ही कोई आदेश जारी किया गया है।

इससे आप समझ सकते हैं कि 15 वर्षों से लगातार मंडी समिति के द्वारा सरकार को करोड़ों रुपये की चोरी की जा रही थी। जबकि वहां पर आने वाले थोक व्यापारियों की गाड़ी से बकायदा रसीद के माध्यम से पैसे की वसूली और सब्जी-फल लाने की देखरेख करने के नाम पर पैसा लिया जा रहा था। ये पैसा कहा जा रहा था यह तो भगवान ही जाने क्योंकि जब कोई देखने वाला नहीं और शासन को उसका टैक्स नहीं मिल रहा है तो यह पैसा किसकी जेब में जा रहा है। फिलहाल महाकाल सेवा सरकार समिति जो कि शिकायतकर्ता है उनके द्वारा यह कहा गया कि नगर निगम पत्र के माध्यम से कार्रवाई करने की बात तो कर रहा है लेकिन अभी तक धरातल में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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वहीं नगर निगम के कमिश्नर सत्येंद्र धाकरे ने बताया गया कि यह निजी मंडी है, उसमें हमारा हस्तक्षेप नहीं है। इस बयान के बाद कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब नगर निगम कमिश्नर कह रहे निजी मंडी है, हस्तक्षेप नहीं है तो फिर नगर निगम पत्र क्यों जारी कर रहा है और कार्रवाई करने की बात क्यों कह रहा है। फिलहाल इस तरह से चलने वाली मंडियों को जिला प्रशासन और नगर निगम कब बंद कर आएगा यह तो कहा नहीं जा सकता। क्योंकि दस्तावेज में कार्रवाई चल रही है, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा।

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