हर्ष राज गुप्ता, खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में हुए बस हादसे में लापरवाही सामने आने पर जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने आरटीओ अधिकारी बरखा गौरै को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही मामले में कलेक्टर-एसपी को जांच के निर्देश दिए हैं। प्रभारी मंत्री ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल भी जाना।
मंत्री कमल पटेल ने कहा कि आरटीओ की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। विभाग को ओवरलोडिंग बसों की चेकिंग करना थी। 35 सवारी की जगह बस में 67 सवारी थी। बस हादसे में 24 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। घायलों को 50-50 हजार और मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख मुआवजा देने की घोषणा सरकार द्वारा की गई है।
दरअसल, मां शारदा ट्रैवल्स की बस इंदौर की तरफ जा रही थी। तभी डोंगरगांव और दसंगा के बीच बस बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग तोड़कर बस नीचे गिर गई। हादसे में अब तक 24 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। जिसमें से 12 लोगों की हालत गंभीर होने पर उनको इंदौर रेफर किया गया है। हादसा साढ़े आठ से नौ बजे के बीच हुआ।
सरकार ने किया मुआवजा देने का ऐलान
राज्य सरकार ने हादसे में घायल लोगों के मुफ्त इलाज के साथ ही मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का भी ऐलान कर दिया है। घायलों को 50 हजार और मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की गई है।
आईजी ने किया घटना स्थल का निरीक्षण
वहीं दोपहर में ग्रामीण आईजी राकेश गुप्ता ने घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत करते हुए बताया कि घटना में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कुछ घायल खरगोन के जिला अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं अति गंभीर घायलों को इंदौर के एमवाय अस्पताल रेफर किया गया है। ड्राइवर की स्थिति फिलहाल नाजुक बनी हुई है। ड्राइवर अपने बयान बार-बार बदल रहा है। घटना में छोटे बच्चों की भी मौत हुई है।
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परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया कि बस की स्पीड तेज नहीं थी। पुल सकरा होने के कारण बस की स्पीड तेज नहीं थी। बस का फिटनेस जांच में सही पाया गया और बस के अंदर क्षमता से ज्यादा यात्री सवार भी नहीं थे। उन्होंने बताया कि सभी यात्री खरगोन जिले के रहने वाले है। जांच के बाद हादसे की वजह सामने आएगी। ड्राइवर की पलक झपकने के कारण भी हादसा हो सकता है। कहा कि जांच में जो दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। गंभीर घायल को इंदौर रेफर किया गया है।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
इधर पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस विधायक तरुण भनोट ने दुर्घटना पर दुख जताते हुए कहा कि प्रदेश के परिवहन मंत्री से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि अर वो इस्तीफा ना दें तो मुख्यमंत्री उनको मंत्री मंडल से तुरन्त हटाएं। दुर्घटना ग्रस्त बस का परमिट और बीमा ना होने की बात सामने आई है। प्रदेश भर में इसी तरह की जा रही है। परिवहन विभाग की साफ लापरवाही दिख रही है। बिना परमिट, बिना लाइसेंस की बसें चल रही हैं। लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नाको पर अवैध वसूली हो रही है।
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