हर्षराज गुप्ता, खरगोन। खरगोन के सनावद में नियमों को ताक पर रखकर चल रहे नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों पर कारवाई की गई है। स्वास्थ्य विभाग के मापदंडों पर खरे नहीं उतरने पर प्रशासन ने 5 नर्सिंग होम्स और निजी अस्पतालों के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं।

राधिका मर्डर केस: सांसद प्रज्ञा सिंह ने CM शिवराज को पत्र देकर की CBI जांच करवाने की मांग, इधर परिजन ने ओडिशा पुलिस पर लगाए मामले को दबाने के आरोप

खरगोन जिले के निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में मनमाना पैसा वसूलकर पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध न कराने के चलते कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जांच के आदेश दिए थे, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 4 सदस्य टीम का गठन कर 1 सप्ताह तक जिले के 39 निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 15 से 20 निजी अस्पतालों में खामियां पाई गई थी। जिसके बाद इन अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया था। वहीं संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सीएमएचओ डीएस चौहान ने सनावद के पांच नर्सिंग होम पर कार्रवाई करते हुए उनके पंजीयन निरस्त कर दिए।

MP में फिर छात्रा से छेड़छाड़: विरोध करने पर आरोपी ने सिर पर डंडा मारकर किया लहूलुहान, अस्पताल में भर्ती

इन स्वास्थ्य संस्थाओं पर कार्रवाई

सीएमएचओ ने पिरानपीर रोड़ स्थित नाथूलाल मोरी हॉस्पिटल, सिद्धी विनायक हॉॅस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर, गुर्जरश्री हॉस्पिटल, हॉलीक्रास हॉस्पिटल, श्री साई हॉस्पिटल और नर्मदा हॉस्पिटल के पंजीयन निरस्त किए हैं। अभी 5 से 6 अस्पतालों पर और कार्रवाई हो सकती है।

राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना: उज्जैन में बोले- जो मोदी की तपस्या करते हैं, उनको सबकुछ मिल जाता है, गरीब, मजदूर और किसान के लिए कुछ नहीं करती सरकार

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus