सुशील खरे,रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में झाबुआ सांसद गुमान सिंह डामोर और ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना की सुरक्षा में भारी चूक का मामला सामने आया है. सांसद और विधायक के वाहन को एक हजार से ज्यादा जयस के कार्यकर्ताओं ने बीच रास्ते में घेर लिया. जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी. कलेक्टर के गनमैन को चोट आई थी. अब इस मामले में 19 नामजद और 50 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज हुआ है. वहीं आरोपियों को हिरासत में लिया गया है.
इस मामले जयस नेताओं को हिरासत में लेने पर देर रात कलेक्ट्रेट पर कुछ लोग गए थे. आज कोई बड़ा प्रदर्शन या अप्रिय घटना ना हो इसे लेकर जिला में पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है. दरअसल रतलाम के समीपस्थ ग्राम धराड़ में सांसद और विधायक के वाहनों के काफिले का उस समय घेराव हो गया था, जब वे वहां से गुजर रहे थे. पुलिस और जयस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. अचानक हुए घटनाक्रम से धराड़ में हड़कंप मच गया था.
काफिले को देखकर जयस कार्यकर्ता भड़क गए और निवेश क्षेत्र हटाने को लेकर मांग करने पर धरना देकर जमीन पर बैठ गए. गुमान सिंह डामोर मुर्दाबाद, विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. इनका आरोप था कि गुमान सिंह डामोर आदिवासियों के हत्यारे हैं और वे आदिवासियों के हितेषी नहीं है. इस दौरान धराड़ मुंदडी मार्ग करीब 1 घंटे तक जाम रहा.
इस मामले में 19 नामजद और 50 अन्य आरोपियों पर धारा 294, 341, 353, 332, 146, 147, 336, 506 के अलावा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निश्रंशता निवारण अधिनियम 1989 संशोधन 2015 की धारा 3 (1)(द), 3 (1) (ध), 3 (2) (व) में बिलपांक थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है. 5 नामजद आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से हिरासत में लिया गया है. जिसमें डॉ. आनंद राय, विलेश खराड़ी, डॉ अभय ओहरी, अनिल निनामा और गोपाल बाघेला शामिल हैं.
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