शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के ससुर डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा को जबलपुर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किए जाने पर शुरू हुआ सियासी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने डॉ मिश्रा की नियक्ति को नियम विरुद्ध बताया है।
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गोविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि 70 साल से अधिक उम्र के किसी व्यक्ति को कुलपति नहीं बनाया जा सकता। 67 वर्ष से अधिक आयु का शिक्षाविद् आवेदन नहीं कर सकता। लेकिन वीडी शर्मा के ससुर की उम्र 67 साल है और 5 साल के लिए उनको जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पत्र में लिखा है कि- प्रधानमंत्री जी, आप सार्वजनिक रूप से यह कहते है कि न खाऊंगा ना खाने दूंगा, परन्तु मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सांसद एवं मप्र के अध्यक्ष वीडी शर्मा जी ने अपने ससुर प्रमोद कुमार मिश्रा जिनकी आयु लगभग 67 साल से अधिक होने के बाद भी नियम विरूद्ध 05 वर्ष के लिए जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति बनवाया है। जबकि नियमों में प्रावधान है कि 70 वर्ष से अधिक तक कोई कुलपति के पद पर नहीं रह सकता एवं 67 वर्ष से अधिक आयु का शिक्षाविद् आवेदन नहीं कर सकता। इसी विश्वविद्यालय में वीडी शर्मा जी की पत्नी सेवारत है, जिन्हें सुविधा की दृष्टि से भोपाल में संलग्न काराय है। जबकि कृषि विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। इसी प्रकार से पं एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल में अपात्रों की नियुक्तियां की गई है। इसी प्रकार प्रदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में विद्वान एवं पात्र आवेदकों की उपेक्षा कर भाजपा के मंत्रियों एवं नेताओं के नेताओं के निकटतम परिजनों की नियुक्तियां की जाकर उपकृत किया जा रहा है। क्या भाजपा का यही सुशासन है। अत: आपसे अनुरोध है कि इन गंभीर मामलों को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा का बायोडाटा
मध्यप्रदेश बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के ससुर डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा को जबलपुर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। लेकिन कांग्रेस इसको लेकर विरोध कर रही है।
प्रोफेसर पीके मिश्रा के लगभग 40 वर्षों के अनुभव का लेखा-जोखा
• सहायक प्रोफेसर (1980 -1993) / एसोसिएट प्रोफेसर (1993-1999)
• प्रोफेसर (1999-2009)
• प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, कृषि विभाग। अर्थशास्त्र और कृषि प्रबंधन (2001-2009)
• रजिस्ट्रार (अतिरिक्त प्रभार) (2008-2009)
• डीन, कृषि महाविद्यालय, टीकमगढ़ (2009-2012)
• निदेशक निर्देश (2012-2013)
• निदेशक विस्तार सेवाएं (2013-2016)
• कृषि संकाय के डीन (2015-2019)
• निदेशक अनुसंधान सेवाएं (2019-वर्तमान तक)
• कुलपति (अतिरिक्त प्रभार)
प्रमुख अनुभव एवं उपलब्धियां
• प्रभारी निदेशक खेती लागत योजना मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़।
• कृषि में मास्टर ऑफ एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट (एमबीए) के पाठ्यक्रम निदेशक।
• प्रभारी निदेशक; कृषि-आर्थिक अनुसंधान केंद्र मध्य प्रदेश,
• पोवारखेड़ा, होशंगाबाद और रेहली सागर, म.प्र. शैक्षणिक सत्र 2016-17 से
• सभी कृषि के लिए राष्ट्रीय कृषि शिक्षा प्रत्यायन बोर्ड, आईसीएआर नई दिल्ली की आईसीएआर पीयर रिव्यू टीम की सिफारिश पर उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा) और महानिदेशक, आईसीएआर, नई दिल्ली द्वारा 15 मार्च 2020 तक प्रत्यायन का प्रमाण पत्र दिया गया। जेएनकेवीवी, जबलपुर के तहत कॉलेज।
• 2016-17 और 2017-18 में जेएनकेवीवी, जबलपुर और आरवीएसकेवीवी, ग्वालियर की अंडरग्रेजुएट ऑनलाइन ऑफ-कैंपस एडमिशन काउंसलिंग।
• शुरू की गई अनुसंधान परियोजनाओं की संख्या : 15
• एग्रो इकोनॉमिक्स रिसर्च सेंटर के तहत शोध अध्ययन संपन्न
• शोध पत्र 93
• आलेख/विस्तार प्रकाशन 15
• 25 सम्मेलनों में भाग लिया
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