मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में मानवीय संवेदनाओं को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है। सबलगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के एक गांव में मुक्तिधाम नहीं होने से परिजनों को बारिश के बीच तिरपाल लगाकर बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करना पड़ा। जिसका वीडियो भी सामने आय़ा है।
दरअसल, मुरैना जिले के अधिकांश गांवों में या तो मुक्तिधाम है ही नहीं या फिर जर्जर हालत में पड़े हुए हैं। जिससे अंतिम संस्कार करने में परेशानी होती है। ऐसा ही एक मामला बामसोली पंचायत के मजरा कोल्हूडाडा गांव में देखने को मिला, जहां 65 वर्षीय सावित्री जाटव वृद्ध महिला का निधन हो गया था। गांव में शांतिधाम नहीं होने से परिजन और ग्रामीण वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार खुले आसमान के नीचे कर रहे थे, तभी बारिश होने लगी तो परिजन ने चिता के ऊपर तिरपाल लगा दी। लेकिन, उनकी परेशानी फिर भी खत्म नहीं हुई। बारिश का पूरा पानी चिता के पास आकर जमा हो गया। जिससे चिता ही पानी की डूब में आ गई। जैसे- तैसे जलभराव के बीच ही ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार किया।
गांव के पदम सिंह जाटवने बताया कि गांव में मुक्तिधाम नहीं होने की वजह से उन्हें बरसात में अंतिम संस्कार करने में बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ती है। वहीं सरपंच का कहना है कि जल्द गांव में मुक्तिधाम का निर्माण कार्य कराया जाएगा, जिससे गांव के लोगों को बरसात के मौसम में अंतिम संस्कार करने में कोई परेशानी ना हो।
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