मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में पंचायत कर्मियों की मनमानी से गरीब मजदूर परेशान हैं। पंचायतों में मशीनों से मनरेगा का काम कराया जा रहा है। जबकि मजदूर रोजगार के लिए भटक रहे हैं। हालांकि मजदूरों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है। अब देखना होगा कि अधिकारी क्या एक्शन लेते हैं।

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दरअसल, मनरेगा के तहत होने वाले निर्माण कार्य कायदे से मजदूरों से कराए जाने चाहिए। योजना के मुताबिक लागत का 60 फीसदी हिस्सा मजदूरों के लिए और 40 प्रतिशत मटेरियल में इस्तेमाल किया जाना चाहिए, लेकिन पोरसा क्षेत्र की विजयगढ़, रायपुर और किचौल पंचायत में डैम निर्माण का कार्य मजदूरों से ना कराते हुए मशीनों से कराया जा रहा है। जिसकी शिकायत मजदूरों ने अधिकारियों से की है।

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मजदूरों का कहना है कि यहां जनपद के उपयंत्री कभी निरीक्षण करने तक नहीं आते। एक भी मजदूर को काम नहीं दिया जा रहा है। इसलिए इस काम को बंद कराया जाए। इस संबंध में भारतीय मजदूर संघ के ब्लाक अध्यक्ष धर्मवीर पचौरी का कहना है कि मजदूरों के हक पर डाका डालने नहीं दिया जाएगा। मजदूर संघ अधिकारियों को इस संबंध में ज्ञापन सौपेगा। वहीं इस मामले में जनपद सीइओ देवेंद्र जैन का कहना है कि अगर मशीनों से काम किया जा रहा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

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