मनोज उपाध्याय,मुरैना। जहां एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की महिलाओं के लिये नित नई योजनाएं लाकर उन्हें सक्षम बनाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो साम, दाम, दंड भेद का उपयोग करके महिलाओं के हक को छीनने में थोडी सी भी कोर कसर नहीं छोडते। मुख्यमंत्री द्वारा यह साफ तौर पर कहा गया है कि अगर किसी मकान या जमीन की रजिस्ट्री महिला के नाम होती है तो स्टाम्प ड्यूटी में छूट दी जाएगी, जिससे महिलाएं भी सक्षम हो सके और उनका भी प्रॉपर्टी में हिस्सा हो सके। लेकिन मुरैना में ऐसा एक भी कार्य नहीं हो रहा जिससे महिलाएं संपन्न हो सकें और आगे बढ़ सकें। 

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हम बात कर रहे हैं जौरा तहसील की, जहां एक पटवारी ने अपनी ही बुआ के मकान पर कब्जा कर हड़प लिया है। वहीं फरियादिया के भाई व उसके लड़के द्वारा यह धमकी भी दी जा रही  है कि वह उसे जान से मार देंगे। यह आरोप प्रमिला गुप्ता निवासी वीटी रोड़ मानसरोबार जयपुर द्वारा लगाये गये हैं। प्रमिला गुप्ता जयपुर में एफसीआई में सर्विस करती हैं। प्रमिला के दो भाई अम्बिका और श्रीप्रसाद बंसल हैं। वहीं अम्बिका बंसल के दो पुत्र हैं जिनके नाम सक्षम और दिव्यांश हैं। इन पुत्रों में सक्षम बंसल मुरैना में पटवारी के पद पर पदस्थ है। वहीं प्रमिला की मां स्वर्गीय शारदा रानी गुप्ता जौरा में निवास करतीं थीं। मां की देखभाल का जिम्मा पूरा प्रमिला गुप्ता के ऊपर था। वहीं प्रमिला का भाई अम्बिका प्रसाद अपनी मां की जिम्मेदारियों से पल्ला झाडता हुआ मुरैना में ही अपने बच्चों के साथ रहता था।  

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प्रमिला की मां के नाम जौरा में ही एक मकान व 5 विश्वा भूमि थी। जमीन व मकान को प्रमिला की मां ने वसीयत में प्रमिला के ही नाम कर दिया था। इसका मुख्य कारण यह था कि मां की पूरी देखभाल प्रमिला ही करती थीं। इसके अलावा उसका भाई अम्बिका प्रसाद उसकी मां की देखभाल में किसी भी तरह की कोई मदद नहीं करता था और न ही कभी उनका हालचाल पूछने जाता था। इसके अलावा पैतृक संपत्ति में जो भी हिस्सेदारी थी उसको अम्बिका प्रसाद पहले ही बेचकर मुरैना में निवास करने लगा था। इसके बाद 14 जुलाई 2021 को प्रतिमा की मां का देहांत हो गया। उनकी मां के देहांत के बाद से ही अम्बिका प्रसाद का लड़का जो वर्तमान में मुरैना में ही पटवारी के पद पर पदस्थ है वह प्रमिला के मकान पर कब्जा जमाने की कोशिश करने लगा। वर्तमान में इस मकान में प्रमिला के ही भाई श्रीप्रसाद बंसल अपने बीवी बच्चों के साथ निवास करते हैं। चूंकि प्रमिला सर्विस की वजह से जयपुर में रहती थी इसलिये मकान की देखभाल करने के लिये उसके द्वारा अपने छोटे भाई श्रीप्रसाद को जौरा  स्थित इस मकान में रहने के लिये कह दिया था। लेकिन यह बात दूसरे भाई अंबिका के लडके सक्षम बंसल को नागवार गुजरी और उसने मकान को पैतृक बताकर अपना हिस्सा लेने के लिये दिन व दिन नये-नये तरीके अपनाने लगा। 

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कभी वह असामाजिक तत्वों को लाकर धमकियां देता तो कभी प्रमिला को ही जान से मारने और मकान पर कब्जा करने की चुनौती देने से भी नहीं चूकता। वहीं प्रमिला द्वारा पुलिस अधीक्षक को दिये गये आवेदन में बताया गया है कि सक्षम बंसल पटवारी होने के साथ-साथ नेताओं व पुलिस के साथ उसका उठना बैठना है और उनसे अच्छे संबंध भी हैं। जब प्रमिला ने इसकी शिकायत की तो जौरा पुलिस द्वारा इस ओर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई न करते हुए चुप्पी साधना ही बेहतर समझा। वहीं उल्टा पटवारी सक्षम बंसल ही प्रमिला को यह धमकी दे रहा है। वहीं गुंडागर्दी करते हुए पुलिस एवं प्रशासन के सहयोग से मकान पर कब्जा कर खुद की चाची और उनके बच्चों को भी धमकी दी जा रही हैं। वहीं अपने ही भाई के बच्चों से तंग आकर प्रमिला ने अब न्याय की गुहार पुलिस अधीक्षक मुरैना और कलेक्टर से लगाई है।  अब देखना यह है कि क्या पुलिस और प्रशासन प्रमिला की मदद कर पाते हैं या फिर अपनी ऊंची पहुंच रखने वाला पटवारी सक्षम बंसल का उक्त मकान पर कब्जा बना रहेगा। वहीं इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया द्वारा न्यायपूर्ण कार्रवाई की बात कही गई है।

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