आकाश श्रीवास्तव,नीमच। मध्यप्रदेश के अंतिम छोर पर बसे नीमच जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें किसान लहसुन से भरी बोरियों को बहते नाले में बहा रहा है. दरअसल नीमच और मंदसौर जिले में बड़े पैमाने पर लहसुन की खेती की जाती है, लेकिन जिले के किसानों हहसुन का सही दाम नहीं मिल रहा है. जिससे चोकानखेड़ा गांव के किसान दिनेश अहीर ने लगभग 1 बीघे से उत्पादन की हुई 40 बोरी लहसुन की पानी में बहा दिया.
किसान दिलीप कुमार अहीर ने बताया कि उसने लगभग 1 बीघा में लहसुन की खेती की थी और इसके लिए जो लागत उस समय उसने खर्च की थी. वह लागत भी आज उसे नहीं मिल पा रही है. हालात ऐसे हैं कि किसान को मंडी में ले जाकर लहसुन बेचने के लिए लगने वाला भाड़ा भी महंगा पड़ रहा है. ऐसे में परेशान होकर किसान ने गुस्से में अपनी सारी लहसुन को पानी में बहा दिया.
किसान ने बताया कि 13 हजार 600 रुपये का प्रति क्विंटल के हिसाब से बीज लगाए थे. नार्मल एक क्विंटल का भाव 5 हजार रुपये होना चाहिए, लेकिन लहसुन 200 रुपये क्विंटल के रेट से खरीदा जा रहा है. ऐसे में अच्छा भाव और खर्च तक नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार अच्छी काम कर रही है, लेकिन उन्हें कम से कम 5 हजार रुपये भाव दिलाना चाहिए.
एक ओर जहां सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कह रही है, वही दूसरी ओर हालत इसके उलट है. धरातल पर किसान अभी भी परेशान है. किसानों को लागत मूल्य भी फसलों का नहीं मिल पा रहा है. जिस कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. यह वजह है कि किसान ने अपनी लहसुन नदी में बहा दी.
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