समीर शेख, बड़वानी। मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण भयावह स्थिति में पहुंच गया है. वहीं अस्पताल को कोविड वार्डों में मेडिकल स्टॉफ की लापरवाही सामने भी आ रही है. यहां के जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में ऑक्सीजन का फ्लो कम होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया. परिजनों की मानें तो ऑक्सीजन का फ्लो कम होने के कारण 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं जिला प्रशासन ने मौत से इनकार करते हुए सिर्फ एक मरीज की कार्डियक अटैक से मौत की बात कही है.

जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बने कोविड सेंटर में हंगामा

जानकारी के अनुसार बड़वानी जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बने कोविड सेंटर में आज उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब यहां भर्ती पॉजिटिव मरीज के परिजनों ने हंगामा कर दिया. उनका आरोप था कि ऑक्सीजन खत्म हो गया है या उसका फ्लो कम हो गया था. मरीजों के हंगामे के बीच प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की.

कम से कम आधे घंटे तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हुई
घटना के कुछ देर बाद मरीजों के परिजन मीडिया के सामने आए और आरोप लगाया कि ऑक्सीजन के चलते लगभग 4 लोगों की मौत हुई है. भाई को खो चुके डॉ प्रतीक सोनू ने बताया कि यहां पर ऑक्सीजन लाइन बंद हो गई थी और कम से कम आधे घंटे तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हुई. इस वजह से मेरा पेशंट एक्सपायर हुआ है. साथ ही वह कहते हैं यहां पर प्रशासन भी सिर्फ मुंह दिखाने आता है. इतना ही नहीं उनका दावा है कि कम से कम 4 लोग की मौत हुई हैं जिनमें से 2 लोगों को वे जानने का दावा कर रहे हैं.

आधे घंटे तक ऑक्सीजन बंद हो गया था जिसके चलते पूरे वार्ड में मरीज मछली जैसे तड़प रहे थे

इसी के साथ वह जिला प्रशासन के एक मौत के दावे को भी झूठा बता रहे हैं. वहीं बड़वानी निवासी महिला मनोरमा सोनी भी कहती है कि आधे घंटे तक ऑक्सीजन बंद हो गया था जिसके चलते पूरे वार्ड में मरीज मछली जैसे तड़प रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जब अधिकारियों के पास गई तो उन्होंने एक नहीं सुनी. व्यथित महिला कहती है कि यहां सब की आत्मा मर चुकी है.

जैसे शिकायत प्राप्त हुई 5 मिनट के अंदर उसे दुरुस्त कर लिया 
इस मामले को लेकर अपर कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने बताया कि सेंट्रल पाइप लाइन का ऑक्सीजन का फ्लो है उसके पर्याप्त नहीं आने की शिकायत प्राप्त हुई थी. जैसे शिकायत प्राप्त हुई 5 मिनट के अंदर उसे दुरुस्त कर लिया था. साथ ही वह दावा करते हैं कि ऑक्सीजन का फ्लो कम होने से किसी प्रकार की कोई कैजुअल्टी नहीं हुई है. एक मौत कार्डियक अटैक से हुई है. ऑक्सीजन का फ्लो कम होना वह भी कोविड सेंटर में अपने आप में बहुत बड़ी बात है और यह दिखाता है कि यहां हालात क्या है.