राकेश चतुर्वेदी, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर शहर को भिक्षुक मुक्त करने के अभियान के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही रही है। इसी कड़ी में महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में करीब 14 अलग-अलग टीम शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आसपास भिक्षा वृत्ति करने वाले लोगों को पड़कर सेवा धाम आश्रम उज्जैन भेजा है। 

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कलेक्टर आशीष सिंह के आदेश के बाद महिला बाल विकास की टीम ने सुबह आठ बजे से कार्रवाई शुरू की और शहर के विभिन्न इलाकों में भिक्षा वृत्ति कर रही महिलाओं के अलावा कुछ बुजुर्ग व्यक्तियों को भी पकड़ा।इसी दौरान महिला बाल विकास विभाग की टीम को राजवाड़ा के समीप शनि मंदिर पर भिक्षा वृत्ति करते हुए एक महिला मिली। जिसकी जांच करने पर उसकी साड़ी के भीतर छुपा कर रखे गए 75 हजार से ज्यादा की रकम भी इस टीम ने बरामद की है। 

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परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि महिला ने 10 से 12 दिन में भिक्षा वृत्ति कर यह राशि इकट्ठा की थी। महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है। इसके अलावा शहर में कुछ ऐसे परिवार भी है जो 7 से 8 बार भिक्षावृत्ति करने के चलते पकड़े जा चुके हैं और वह लगातार भिक्षावृत्ति के पैशे से ही जुड़े हुए हैं। फिलहाल सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवा धाम आश्रम में भेजा गया है, जहां उनकी काउंसलिंग करा कर उन्हें भिक्षा वृत्ति छोड़कर समाज की मुख्य धारा में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।

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