इंदौर। शहर में मानवीय मूल्यों और सामाजिक रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला घटनाक्रम सामने आया है. जहां उम्र के अंतिम पड़ाव वाले एक बुजुर्ग को उनके अपने ही भोजन और दवाई के लिए तरसा रहे हैं. बुढ़ापे में मां-बाप को साक्षात भगवान मानकर पूजा करने की परंपरा वाले देश के एक बुजुर्ग को अपनों पर से ही भरोसा उठ गया है. लिहाजा उसने अपनी परेशानी की जानकारी सात समंदर पार रहने वाले हम उम्र मित्र को फोन पर आपबीती सुनाई. विदेश में रहने वाले मित्र ने बुजुर्ग की आपबीती सुनकर पुलिस के उच्चाधिकारी को फोन किया. अधिकारी के निर्देश पर बुजुर्ग के घर पहुंचे लोगों ने शिकायत की पुष्टि की और मामले का उजागर हुआ.

जांच में शिकायत सही पाई गई

जानकारी के अनुसार, 80 साल के एक बुजुर्ग को उसके ही परिजन खाने-पीने और दवाइयों के लिए परेशान कर रहे थे. पुलिस में शिकायत दर्ज कराने में शारीरिक रूप से अक्षम बुजुर्ग ने अपनी परेशानी लंदन में रह रहे अपने 78 वर्षीय बुजुर्ग दोस्त को बताई. लंदन से पुलिस के उच्च अधिकारी को फोन आया. इंदौर में बुजुर्ग पंचायत संचालित करने वाली विंग के अधिकारी को जब उन्होंने फोन पर बुजुर्ग की पीड़ा बताई, तो पुलिस के कई आला अधिकारी और विंग के कुछ कार्यकर्ता बुजुर्ग से मिलने उसके निवास भंवर कुआं पहुंचे. जहां बुजुर्ग से बात की तो शिकायत सही पाई गई. अधिकारी के निर्देश पर बुजुर्ग के घर पहुंचे लोगों ने शिकायत की पुष्टि होने की जानकारी आला अधिकारियों को दी.

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फीडबैक लेने के लिए मिलने आते रहेंगे

इंदौर एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि बुजुर्ग के सभी परिजनों को बैठाकर समझाइश दी गई कि यह संगीन अपराध है. इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. यदि इस घटना की पुनरावृत्ति होती है, तो परिवार वालों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बुजुर्ग की ठीक तरह से देखभाल हो रही है या नहीं, इसके लिए अधिकारी कर्मचारी लगातार फीडबैक लेने के लिए मिलने आते रहेंगे.

संपत्ति पर वारिसानों की नजर

बताया जाता है कि बुजुर्ग के नाम कुछ संपत्ति है. उनके वारिसान संपत्ति को हथियाना चाहते हैं. इसीलिए वे लोग अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए एक-दूसरे पर बुजुर्ग की देखभाल का बोझ डालना चाहते हैं. इसी कड़ी में उन्हें भोजन और दवाइयों के लिए तरसना पड़ रहा था.

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