हेमंत शर्मा, इंदौर। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़े गए जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी पूर्णिमा गडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल ने किया बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि इंजेक्शन प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर गोविंद राजपूत ने उसे उपलब्ध कराए थे. उन्होंने यह इंजेक्शन एक पुलिस कर्मचारी ललित शर्मा के कहने पर मंगाए थे. उन्होंने उनसे 14 हजार रुपए प्रति नग के हिसाब से दो इंजेक्शन लिए थे.

एक इंजेक्शन के इतने रुपए लेने पर कहा कि गोविंद राजपूत उन्हें 14 हजार रुपए में देते थे, वे भी 14 हजार रुपए में ही बेचे थे. उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मचारी ललित शर्मा ने उन्हें फोन कर इंजेक्शन की मांग की थी. उन्होंने बताया कि इसके पहले भी उन्होंने गोंविद राजपूत से ही इंजेक्शन लेकर अस्पताल में भर्ती कई मरीजों को भी डाक्यूमेंट के आधार पर इंजेक्शन दिए थे.

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वाट्सऐप में डाक्यूमेंट भेजने पर गोविंद राजपूत इंजेक्शन उपलब्ध कराते थे. कितने में कराते थे यह मुझे मालूम नहीं. इसी तरह उन्होंने कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की बात भी कही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि वे बीते छह महीने से स्वास्थ्य अधिकारी की गाड़ी चला रहे है.

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